आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को यह साफ नहीं किया कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल शुक्रवार 2 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगे या नहीं। झारखंड के घटनाक्रम ने आप नेताओं की चिन्ता बढ़ा दी है। ईडी ने केजरीवाल को पांचवां समन भेजा है। इससे पहले चार समन पर केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। चौथा समन आने पर उन्होंने कहा था कि ईडी के सभी समन अवैध हैं। एक निर्वाचित प्रतिनिधि को इस तरह नहीं बुलाया जा सकता। ईडी ने उस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। पांचवा समन भेज दिया। लेकिन अब माहौल बदला हुआ है। ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड के स्कैम से जुड़े मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जल बोर्ड के चेयरपर्सन केजरीवाल ही हैं। इस बीच भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि अगला नंबर केजरीवाल का ही है।
ईडी के आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार, 1 फरवरी को बताया कि दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में एक रिटायर्ड चीफ इंजीनियर और एक ठेकेदार को ईडी ने गिरफ्तार किया है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने पिछले साल जुलाई में इस स्कैम को लेकर छापे मारे थे। सूत्रों ने बताया कि रिटायर्ड चीफ इंजीनियर जगदीश कुमार अरोड़ा और ठेकेदार अनिल कुमार अग्रवाल को एंटी मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में लिया गया है।
ईडी दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं के दो अलग-अलग मामलों में जांच कर रहा है। इसका आपराधिक मामला सीबीआई की एक एफआईआर और दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) से जुड़ा है।
सीबीआई की एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड के अधिकारियों की मिलीभगत से इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक फ्लो मीटर की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग के लिए कंपनी को टेंडर देते समय एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को "अनुचित लाभ" दिया।
दूसरा आरोप नवंबर, 2022 की एसीबी शिकायत से संबंधित है, जहां यह कहा गया था कि जल बोर्ड ने उपभोक्ताओं को बिल भुगतान की सुविधा के लिए अपने विभिन्न कार्यालयों में ऑटोमोटिव बिल भुगतान संग्रह मशीनें (कियोस्क) स्थापित करने के लिए टेंडर दिया था।
इस बीच राज्यसभा में भाजपा के सांसद हरनाथ सिंह यादव ने टिप्पणी की है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने कुकर्मों के लिए जांच के दायरे में आने और गिरफ्तार होने वालों में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के बाद दूसरे नंबर पर हैं। सांसद का बयान हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद आया है।
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