ऐसे समय जब दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है, भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने विवादास्पद और ध्रुवीकरण करने वाले बयानों से बाज नहीं आ रहे हैं। वे इस मौके पर ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे ध्रुवीकरण तेज़ हो और घर से निकल रहा या मतदान की लाइन में खड़ा मतदाता भी उनकी बातों आ जाए। लेकिन उनकी बातें उत्तेजक और नफ़रत फैलाने वाली हैं।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने अभी-अभी कहा है, 'शाहीन बाग ने आम आदमी पार्टी को बेनकाब कर दिया है, यह पार्टी देश तोड़ने वालों के ख़िलाफ़ है। इस चुनाव मे जनता उसे सबक सिखाएगी।' उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी ऐसे लोगों को साथ है जिनसे जनता परेशान है।
बीजेपी नेता और सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, ‘दिल्ली में कमल खिलेगा, बीजेपी को 43 से ज़्यादा सीटें मिलेंगी।’ वर्मा को चुनाव आयोग ने दो बार प्रचार से प्रतिबंधित कर दिया था। उन्होंने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
यह वही वर्मा हैं, जिन्होंने कहा था कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी दिल्ली के लोगों के घरों में घुस जाएंगे और उनकी बहनों-बेटियों से बलात्कार करेंगे।
इसी तरह बीजेपी के विवादास्पद नेता कपिल मिश्रा ने कहा : ईवीएम के बटन दबने की जो आवाज़ें आ रही हैं, उससे साफ़ है कि शाम तक शाहीन बाग का तंबू उखड़ जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘राजतिलक की करो तैयारी, आ रहे हैं भगवाधारी।’
कपिल मिश्रा ने चुनाव प्रचार शुरू होने के पहले ही एक रैली निकाली, जिसमें उन्होंने और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया था, ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को।’
उनके इस बयान पर भी पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। उनके बयान का समर्थन ही किया था। इसे इससे समझा जा सकता है कि इसके बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक चुनाव जनसभा में मंच ने नारा लगाया, ‘देश के गद्दारों को’, उनके समर्थकों ने जवाब दिया था, ‘गोली मारो सालों को।’
चुनाव आयोग ने उनके चुनाव प्रचार पर कुछ घंटों को रोक लगा दी थी, पर पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
मतदान शुरू होने के पहले ही बीजेपी नेता और केंद्रीय नेता हर्षवर्द्धन ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल ने 5 साल में कोई काम नहीं किया है, बीते चुनाव में वे बुरी तरह हारे हैं, इस चुनाव में भी उनका हारना तय है।’
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