दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता लेकर घूमने वाले आईएएस अफसर संजीव खिरवार व उनकी पत्नी रिंकू दुग्गा का केंद्र सरकार ने ट्रांसफर कर दिया है। संजीव खिरवार का ट्रांसफर लद्दाख किया गया है जबकि उनकी पत्नी को अरुणाचल प्रदेश भेजा गया है।
खिरवार दिल्ली के राजस्व विभाग में प्रिंसिपल सेक्रेटरी थे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मीडिया में संजीव खिरवार के स्टेडियम में कुत्ता लेकर घूमने के संबंध में खबरें चलने के बाद गुरुवार रात को यह कार्रवाई की।
द इंडियन एक्सप्रेस की यह एक्सक्लूसिव खबर थी और इसके बाद तमाम मीडिया हाउस ने इस खबर को चलाया था।
मंत्रालय ने मांगी थी जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बारे में दिल्ली के मुख्य सचिव से जानकारी मांगी थी। मुख्य सचिव ने गुरुवार शाम को ही इस पूरे विवाद को लेकर अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी थी। इसके बाद मंत्रालय ने यह एक्शन लिया।
दिल्ली सरकार ने दिए थे निर्देश
शिकायत सामने आने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक्शन लिया था। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा था कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने निर्देश दिए हैं कि दिल्ली के सभी सरकारी खेल संस्थान रात को 10 बजे तक खिलाड़ियों के लिए खुले रहेंगे।
क्या है पूरा मामला?
त्यागराज स्टेडियम में पिछले कई महीनों से एथलीट्स और कोच शिकायत कर रहे थे कि उन्हें उनके तय समय से पहले अपनी प्रैक्टिस छोड़कर जाने के लिए मजबूर किया जाता है। इसकी वजह यह थी कि संजीव खिरवार अपने कुत्ते के साथ स्टेडियम में घूमने आते थे।
स्टेडियम के एक कोच ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वे लोग रात को 8 से 8:30 बजे तक प्रैक्टिस किया करते थे। लेकिन बीते कई महीनों से उनसे कहा जाता था कि वे 7 बजे तक स्टेडियम से चले जाएं जिससे एक बड़े अफसर मैदान पर अपने कुत्ते के साथ घूम सकें। उन्होंने कहा कि इस वजह से खिलाड़ियों की प्रैक्टिस पर असर पड़ रहा था।
द इंडियन एक्सप्रेस की एक टीम 3 दिन तक शाम को स्टेडियम में गई और देखा कि स्टेडियम के सुरक्षाकर्मी शाम 6:30 बजे ट्रैक पर आ जाते हैं, सीटी बजाते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि 7 बजे तक मैदान पूरी तरह खाली हो जाए।
आरोपों को बताया बेबुनियाद
हालांकि आईएएस अफसर खिरवार ने इस तरह के आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी वह अपने कुत्ते को घुमाने के लिए ले जाते थे लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया कि इस वजह से खिलाड़ियों के अभ्यास पर कोई असर पड़ रहा था।
खिरवार ने कहा कि उन्होंने कभी किसी एथलीट से नहीं कहा कि वह स्टेडियम को छोड़कर चले जाएं।
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