चुनाव आयोग ने आपत्तिजनक बयान देने वाले बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और सांसद प्रवेश वर्मा को पार्टी के स्टार कैंपेनरों की सूची से हटाने के आदेश दिए हैं। आयोग ने नोटिस में कहा है कि दोनों नेताओं पर यह आदेश तुरंत प्रभाव से और अगले आदेश तक लागू हो। बता दें कि दोनों नेताओं ने अलग-अलग चुनावी रैलियों में भड़काऊ भाषण दिया था। उनके भाषणों की इसलिए चौतरफ़ा आलोचना हुई कि उनके बयान ध्रुवीकरण करने वाले थे और सांप्रदायिकता को बढ़ाने वाले थे। ठाकुर ने '...गोली मारो सालों को' का नारा लगवाया था, जबकि प्रवेश वर्मा ने नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वालों के बारे में कहा था कि 'ये लोग घरों में घुसेंगे और बहन व बेटियों का रेप करेंगे।'
स्टार कैंपेनरों की सूची से नाम हटाने का यह मतलब नहीं है कि अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा पार्टी के लिए प्रचार नहीं कर पाएँगे। इसका मतलब है कि यदि वे प्रचार करते हैं तो इस पर जो खर्च आएगा वह सीधे उस उम्मीदवार के खर्च में जोड़ा जाएगा जिसके लिए वह प्रचार कर रहे होंगे। बता दें कि स्टार कैंपेनरों को खर्च की सीमा से छूट मिलती है।
अनुराग ठाकुर की तरह ही बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने भी कल यानी 28 जनवरी को आपत्तिजनक बयान दिया था। वर्मा ने शाहीन बाग़ा में प्रदर्शन को लेकर कहा था कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनी तो एक घंटे में शाहीन बाग़ को खाली करवा देंगे। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए प्रवेश वर्मा ने कहा था, ‘...दिल्ली की जनता जानती है जो आग आज से कुछ साल पहले कश्मीर में लगी थी, वहाँ कश्मीरी पंडितों की बहन-बेटियों से रेप हुआ था। इसके बाद ये आग यूपी, केरल, हैदराबाद में लगती रही और आज ये आग दिल्ली के एक कोने में लग गई है।’
वर्मा ने आगे कहा था, ‘वहाँ लाखों लोग इकट्ठा हो जाते हैं, ये आग कभी भी दिल्ली के घरों तक पहुँच सकती है, हमारे घर में पहुँच सकती है। दिल्ली वालों को सोच-समझकर फ़ैसला लेना पड़ेगा। ये लोग आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहन-बेटियों को उठायेंगे, उनके साथ रेप करेंगे, उनको मारेंगे। इसलिए आज समय है, कल मोदी-अमित शाह नहीं आयेंगे बचाने। इसलिए दिल्ली के लोग आज अगर जाग जायेंगे, तो अच्छा रहेगा। दिल्ली के लोग तब तक सुरक्षित महूसस करेंगे जब तक मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं।’
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