दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 5वीं बार समन भेजा है। बुधवार को उन्हें यह भेजा गया है। ईडी ने उन्हें 2 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है।
इससे पहले ईडी के भेजे चार समन में अरविंद केजरीवाल पेश नहीं हुए थे। ईडी उनसे दिल्ली आबकारी नीति में हुए कथित घोटाले को लेकर पूछताछ करना चाहती है। इससे पहले के समनों को लेकर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी कई बार कह चुकी है कि ईडी भाजपा के इशारे पर काम कर रही है। ईडी के जरिए भाजपा बदले की कार्रवाई कर रही है।
उनका आरोप है कि ईडी लोकसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल को परेशान करने के लिए इस तरह के समन भेज रही है। वहीं भाजपा का आरोप है कि आम आदमी पार्टी के कई नेता शराब घोटाले में लिप्त रहे हैं इसलिए इस पूरे मामले की सही तरीके से जांच होनी चाहिए। भाजपा आरोप लगाती रही है कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
पिछले दिनों केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने कहा था कि ईडी उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। ईडी इससे पहले नवंबर में एक बार, दिसंबर में एक बार और जनवरी में दो बार समन भेजा था। चौथी बार समन मिलने पर अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि बीजेपी मुझे गिरफ्तार करवाना चाहती है, ताकि मैं आगामी लोकसभा चुनाव में प्रचार न कर सकूं।
इसके बाद से चर्चा चल रही है कि ईडी उन्हें कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। अब तक केजरीवाल ईडी के 4 समन को नजरअंदाज कर पूछताछ में उपस्थित नहीं हुए हैं। ऐसे में अब देखना होगा कि केजरीवाल 2 फरवरी को पूछताछ के लिए उपस्थित होते हैं या नहीं।
दिल्ली आबकारी नीति या शराब नीति के इस कथित घोटाले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चौथा समन मिलने के बाद कहा था कि ईडी के ये चारो नोटिस अवैध और अमान्य हैं। ये नोटिस और कुछ भी नहीं बल्कि राजनैतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई है। उन्होंने कहा था कि इस केस में करीब 2 वर्ष से जांच चल रही है लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।
उन्होंने सवाल उठाया था कि लोकसभा चुनाव से 2 महीने पहले मुझे क्यों पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि ईडी को भाजपा चला रही है। मैं लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं कर सकूं इसलिए वे मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अरविंद केजरीवाल ने ईडी को भी पत्र लिखकर मांग की थी कि उनके खिलाफ जारी किए गए समन को वापस लिया जाए, क्योंकि ये अवैध और राजनीति से प्रेरित हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वे मामले में आरोपी नहीं हैं, फिर बार-बार उन्हें समन क्यों भेजे जा रहे हैं? वहीं आम आदमी पार्टी कहती रही है कि भ्रष्ट नेता भाजपा से जुड़कर पाक साफ हो जाते हैं। उनके खिलाफ चल रहे मामले बंद कर दिए जाते हैं।
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