दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सहयोगी और कारोबारी दिनेश अरोड़ा आबकारी नीति के मामले में सरकारी गवाह बनेंगे। दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से कहा है कि वह आबकारी नीति के मामले में उनकी जो भूमिका है उसके बारे में सच-सच बताएंगे। अरोड़ा सोमवार को अदालत में पेश हुए थे।
बताना होगा कि सीबीआई ने आबकारी नीति के मामले में जो एफआईआर दर्ज की थी उसमें अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन अरोड़ा को मनीष सिसोदिया का करीबी सहयोगी बताया था।
सीबीआई ने एफआईआर में आरोप लगाया था कि ये तीनों शराब लाइसेंस धारियों से इकट्ठा किए गए धन को मैनेज करने और इसे डाइवर्ट करने के काम में शामिल थे।
इस एफआईआर में मनीष सिसोदिया का नाम अभियुक्तों की सूची में पहले नंबर पर था। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि विजय नायर और दिनेश अरोड़ा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के लिए कैश कलेक्शन का काम करते थे। विजय नायर को आबकारी नीति के मामले में सितंबर में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था। नायर आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी हैं।
सीबीआई ने कहा था कि इंडोस्पिरिट्स के निदेशक समीर महेंद्रू ने दिनेश अरोड़ा की राधा इंडस्ट्रीज को 1 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे। समीर महेंद्रू को भी आबकारी नीति के मामले में सितंबर में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।
बताना होगा कि नई आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में पिछले कई महीनों से जबरदस्त बवाल चल रहा है।
भ्रष्टाचार का आरोप
बीजेपी का कहना है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया है जबकि आम आदमी पार्टी सरकार का कहना है कि यह पूरा मामला फर्जी है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
आम आदमी पार्टी गुजरात का विधानसभा चुनाव और एमसीडी का चुनाव पूरी मजबूती के साथ लड़ रही है। लेकिन दिनेश अरोड़ा के सरकारी गवाह बनने की स्थिति में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी की मुश्किलों में जबरदस्त इजाफा हो सकता है। बीते शनिवार को मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर बताया था कि ईडी ने उनके निजी सहायक यानी पीए को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सीबीआई ने कुछ महीने पहले मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की थी और गाजियाबाद के पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में स्थित उनके बैंक लॉकर को भी खंगाला था।
ताबड़तोड़ छापेमारी और गिरफ्तारी
केजरीवाल सरकार के द्वारा लाई गई और फिर वापस ली गई आबकारी नीति के मामले में जांच एजेंसी ईडी ने बीते महीनों में देशभर में कई जगहों पर छापेमारी की है। ईडी ने दिल्ली में 25 जगहों पर छापेमारी की थी जबकि उससे पहले दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और हैदराबाद में 35 जगहों पर ईडी के अफसरों की टीम पहुंची थी।
अब तक इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। विजय नायर, समीर महेंद्रू के अलावा हैदराबाद से शराब व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली को गिरफ्तार किया गया था। अभिषेक बोइनपल्ली इस मामले में आरोपी अरुण रामचंद्र पिल्लई के सहयोगी हैं, पिल्लई का नाम भी सीबीआई की एफआईआर में शामिल है।
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