दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब नीति मामले में क़रीब नौ घंटे की पूछताछ के बाद केंद्रीय जाँच ब्यूरो के दफ्तर से निकले। पूछताछ के बाद सिसोदिया ने दावा किया कि उन पर आम आदमी पार्टी छोड़ने के लिए दबाव डाला गया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि एजेंसी के अधिकारियों की बातों से संकेत मिले कि उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का संकेत दिया। इससे उन्होंने साफ इनकार कर दिया।
सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा, "आबकारी नीति के बारे में बात हुई थी लेकिन मुझ पर दबाव डाला गया कि मैं हार मान लूँ। उन्होंने कहा, 'ये मामले ऐसे ही चलते रहेंगे। वे आपको मुख्यमंत्री बनाएंगे।" एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार सिसोदिया ने आगे कहा कहा, "मैंने उनसे कहा कि मुझे खुशी तब मिलती है जब एक रिक्शावाला का बेटा आईआईटी में जाता है... 'ऑपरेशन लोटस' के आगे नहीं झुकेगा। यह एक फर्जी मामला है।"
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सिसोदिया को रविवार को सीबीआई ने समन भेजा था। सिसोदिया से पूछताछ के विरोध में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन किया है।
सिसोदिया ने सुबह ट्वीट कर कहा था कि उनके खिलाफ पूरी तरह से फर्जी केस बनाकर उन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी है। उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि उन्हें आने वाले दिनों में चुनाव प्रचार के लिए गुजरात जाना था। ये लोग गुजरात बुरी तरह से हार रहे हैं। इनका मक़सद मुझे गुजरात चुनाव प्रचार में जाने से रोकना है।
सिसोदिया ने कहा था, “मेरे घर पर रेड की, कुछ नहीं मिला, मेरे सारे बैंक लॉकर देखे, कुछ नहीं मिला, मेरे गांव में जाकर सारी जाँच की, कुछ नहीं मिला। ये केस पूरी तरह से फर्जी है।”
पहले आप दावा कर रही थी कि सिसोदिया की गिरफ़्तारी की तैयारी है। सिसोदिया के अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह चुके थे कि जांच एजेंसी सीबीआई मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर सकती है। आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि सीबीआई मनीष सिसोदिया को सोमवार को गिरफ्तार कर लेगी। अगर सिसोदिया की गिरफ्तारी होती है तो निश्चित रूप से गुजरात चुनाव के दौरान इसे लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच राजनीतिक लड़ाई तेज हो जाएगी। केजरीवाल सरकार के एक और मंत्री सत्येंद्र जैन पहले ही जेल की सलाखों के पीछे हैं।
मनीष के घर रेड में कुछ नहीं मिला, बैंक लॉकर में कुछ नहीं मिला। उन पर केस बिलकुल फ़र्ज़ी है
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 17, 2022
उन्हें चुनाव प्रचार के लिए गुजरात जाना था। उसे रोकने के लिए उन्हें गिरफ़्तार कर रहे हैं
पर चुनाव प्रचार रुकेगा नहीं। गुजरात का हर व्यक्ति आज “आप” का प्रचार कर रहा है।
दर्ज हुई थी एफआईआर
सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की थी और इसमें मनीष सिसोदिया का नाम अभियुक्तों की सूची में पहले नंबर पर था। सूची में मनीष सिसोदिया के अलावा आबकारी विभाग के कई अफसरों के साथ ही विजय नायर और दिनेश अरोड़ा के नाम भी शामिल थे।
बीजेपी ने कहा था कि विजय नायर और दिनेश अरोड़ा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के लिए कैश कलेक्शन का काम करते थे।
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भ्रष्टाचार का आरोप
बताना होगा कि नई आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में पिछले कई महीनों से जबरदस्त बवाल चल रहा है। बीजेपी का कहना है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया है जबकि आम आदमी पार्टी सरकार का कहना है कि यह पूरा मामला फर्जी है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
सीबीआई ने कुछ महीने पहले मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की थी और गाजियाबाद के पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में स्थित उनके बैंक लॉकर को भी खंगाला था।
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ताबड़तोड़ छापेमारी और गिरफ्तारी
केजरीवाल सरकार के द्वारा लाई गई और फिर वापस ली गई आबकारी नीति के मामले में जांच एजेंसी ईडी बीते कई दिनों से देशभर में कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। बीते शुक्रवार को ईडी ने दिल्ली में 25 जगहों पर छापेमारी की थी जबकि उससे पहले दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और हैदराबाद में 35 जगहों पर ईडी के अफसरों की टीम पहुंची थी।
अब तक इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। बीते महीने सीबीआई ने विजय नायर और ईडी ने समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था। नायर आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी हैं जबकि समीर महेंद्रू इंडो स्पिरिट्स के मालिक हैं और शराब कारोबारी हैं। सीबीआई को अपनी जांच में समीर महेंद्रू द्वारा कथित तौर पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के करीबी सहयोगियों को करोड़ों रुपये का भुगतान किए जाने का पता चला था।
कुछ दिन पहले हैदराबाद से शराब व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली को गिरफ्तार किया गया था। अभिषेक बोइनपल्ली इस मामले में आरोपी अरुण रामचंद्र पिल्लई के सहयोगी हैं, पिल्लई का नाम भी सीबीआई की एफआईआर में शामिल है।
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‘कोई घोटाला नहीं हुआ’
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि दिल्ली सरकार की जिस आबकारी नीति को लेकर विवाद हो रहा है, वह सबसे अच्छी आबकारी नीति थी और दिल्ली सरकार उस आबकारी नीति को पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से लागू कर रही थी। उन्होंने कहा था कि अगर दिल्ली के तत्कालीन उप राज्यपाल ने 48 घंटे पहले उस आबकारी नीति को फेल करने की साजिश के तहत अपना फैसला नहीं बदला होता तो दिल्ली सरकार को इस आबकारी नीति से कम से कम 10000 करोड़ रुपये हर साल मिलते। उन्होंने कहा था कि नई आबकारी नीति में किसी तरह का कोई घोटाला नहीं हुआ था।बीजेपी ने जारी किए स्टिंग
बीजेपी ने बीते दिनों एक के बाद एक दो स्टिंग जारी कर यह दावा किया था कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने नई आबकारी नीति में जमकर भ्रष्टाचार किया है। यह स्टिंग आबकारी घोटाले में आरोपी नंबर 9 अमन अरोड़ा और सीबीआई के द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में आरोपी बनाए गए सनी मारवाह के पिता कुलविंदर मारवाह का था।
बीजेपी के सवाल
बीजेपी ने पूछा था कि आम आदमी पार्टी ने शराब के ठेकों पर कमीशन 2 से बढ़ाकर 12% क्यों किया। बीजेपी नेताओं ने मनीष सिसोदिया से पूछा था कि आबकारी नीति के मामले में जो लोग अभियुक्त हैं उनसे उनके क्या रिश्ते हैं।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने पूछा था कि मनीष सिसोदिया जवाब दें कि उन्होंने शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाने के लिए 21 ड्राई-डे की संख्या को घटाकर 3 क्यों किया? उन्होंने बीयर की इंपोर्ट ड्यूटी को गैरकानूनी तरीके से कम क्यों किया।
गुप्ता ने पूछा था कि दिल्ली में आवासीय परिसरों, स्कूलों के पास, मंदिरों के पास शराब के ठेके खोलने की अनुमति क्यों दी गई।
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