दिल्ली के विधानसभा चुनाव में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में शाहीन बाग़ में चल रहा धरना एक बड़ा मुद्दा बन गया है। बीजेपी का कहना है कि यह आंदोलन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने खड़ा किया है और वे मुसलिम समुदाय के लोगों को बीजेपी और मोदी सरकार के ख़िलाफ़ भड़का रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह से लेकर क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रवक्ता संबित पात्रा तक शाहीन बाग़ के आंदोलन को लेकर तीख़ी टिप्पणियां कर रहे हैं। संबित पात्रा तो शाहीन बाग़ को तौहीन बाग़ बता चुके हैं।
अमित शाह रविवार को दिल्ली की बाबरपुर विधानसभा में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। रैली में शाह ने कहा, ‘जब आप 8 फ़रवरी को वोटिंग मशीन का बटन दबाएं तो इतने ग़ुस्से से दबाना कि बटन यहां बाबरपुर में दबे और इसका करंट शाहीन बाग़ में लगे।’ अमित शाह ने कहा कि अगर आप बीजेपी को वोट देते हैं तो दिल्ली सुरक्षित रहेगी और यहां शाहीन बाग़ जैसे आंदोलन नहीं होंगे।
इस पर जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने पलटवार किया है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिये चुनाव प्रचार की रणनीति बना रहे हैं। किशोर ने ट्वीट कर कहा, ‘8 फ़रवरी को दिल्ली में ईवीएम का बटन तो प्यार से ही दबेगा। ज़ोर का झटका धीरे से लगना चाहिए ताकि आपसी भाईचारा और सौहार्द्र ख़तरे में ना पड़े।’ किशोर ने अपने ट्वीट में न्याय, उदारता, समानता और भाईचारे के शब्द भी लिखे हैं।
प्रशांत किशोर को चुनावी रणनीति बनाने में माहिर माना जाता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम प्रशांत किशोर ने ही कराया था। प्रशांत अमरिंदर सिंह से लेकर वाईएसआर कांग्रेस तक के लिये चुनावी रणनीति बना चुके हैं और उनका ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है।
किशोर नागरिकता क़ानून की खुलेआम आलोचना कर चुके हैं और इसे लेकर वह पार्टी में कई लोगों के निशाने पर भी हैं। जेडीयू के वरिष्ठ नेता पवन वर्मा ने नागरिकता क़ानून को लेकर जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की थी और इस पर नीतीश ने उन्हें बेहद कड़ा जवाब देते हुए कहा था कि उन्हें जहां अच्छा लगता हो, वहां चले जाएं।
इससे पहले दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ट्वीट किया था कि शाहीन बाग़ के आंदोलन कारण यातायात ठप है, लाखों लोग परेशान हैं और व्यापारियों का नुक़सान हो रहा है। उन्होंने ट्वीट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी को टैग करके पूछा था कि वे बताएं कि क्या यह जायज है। आम आदमी पार्टी से बीजेपी में आए और दिल्ली चुनाव का टिकट पाने में सफल रहे कपिल मिश्रा ने भी ट्वीट कर कहा था कि शाहीन बाग़ के बाद अब दिल्ली के चांद बाग में भी मुसलिम भीड़ ने सड़क पर कब्जा कर लिया है। इस तरह बीजेपी नेता लगातार शाहीन बाग़ को लेकर टिप्पणियां कर रहे हैं। देखना होगा कि क्या चुनाव में यह मुद्दा बन पाता है या नहीं। दिल्ली में 8 फ़रवरी को मतदान होगा और 11 फ़रवरी को चुनाव नतीजे आएंगे।
अपनी राय बतायें