दिल्ली में फिर से रिकॉर्ड संक्रमण के मामले आए। राजधानी में मंगलवार को 28 हज़ार 395 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। यह एक दिन में अब तक सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। एक दिन पहले सोमवार को क़रीब 23 हज़ार मामले आए थे और 240 लोगों की मौत हुई थी। रविवार को रिकॉर्ड 24 हज़ार केस दर्ज किए गए थे।
राजधानी में मंगलवार को 24 घंटे में 277 लोगों की मोतें हुईं। मंगलवार को 86 हज़ार से ज़्यादा जाँच की गई जिसमें से 32.82 फ़ीसदी लोग संक्रमित पाए गए। अब यहाँ सक्रिए कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 85 हज़ार से ज़्यादा हो गई है।
ऐसे हालात में ही दिल्ली में सोमवार को लॉकडाउन लगाने का फ़ैसला किया गया। यह सोमवार रात 10 बजे से एक हफ़्ते के लिए यानी अगले सोमवार की सुबह 6 बजे तक के लिए लागू होगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'अगले 6 दिनों में हम दिल्ली में और बिस्तरों की व्यवस्था करेंगे। हमारी सहायता करने के लिए हम केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हैं। लॉकडाउन अवधि का उपयोग ऑक्सीजन, चिकित्सा की व्यवस्था के लिए किया जाएगा। मैं सभी से दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध करता हूँ।'
राजधानी में इतने मरीज़ों के एक साथ आने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने लगी है। शहर के अस्पतालों में बेडों की काफ़ी ज़्यादा कमी है, दवाइयाँ कम पड़ रही हैं और ऑक्सीजन की भारी किल्लत चल रही है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'दिल्ली में गंभीर ऑक्सीजन संकट बना हुआ है। मैं फिर से केंद्र से आग्रह करता हूँ कि दिल्ली को तुरंत ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाए। कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन कुछ ही घंटे के लिए बची है।'
Serious oxygen crisis persists in Delhi. I again urge centre to urgently provide oxygen to Delhi. Some hospitals are left with just a few hours of oxygen.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 20, 2021
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी कहा कि कुछ अस्पतालों में 8-12 घंटे में ऑक्सीजन ख़त्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली को ऑक्सीजन आपूर्ति कोटा बढ़ाने के लिए एक सप्ताह से मांग कर रहे हैं जो केंद्र सरकार को करना है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर बुधवार सुबह तक ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में अस्पतालों में नहीं पहुँचती है तो हाहाकार मच जाएगा।
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