loader
जामा मसजिद के बाहर मौजूद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर। फ़ोटो साभार - ट्विटर हैंडल - @akramtyagi

नागरिकता क़ानून: दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन, सोनिया-प्रियंका ने बोला सरकार पर हमला

नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार प्रदर्शनों की गवाह रही दिल्ली में शुक्रवार को हो रहा प्रदर्शन हिंसक हो उठा है। नमाज के दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जामा मसजिद पर जुटे। इसके बाद यहाँ से मार्च शुरू हुआ जिसे पुलिस ने दिल्ली गेट पर रोक लिया था। प्रदर्शनकारी जंतर-मंतर तक जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी। थोड़ी देर बाद प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और उन्होंने एक गाड़ी में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें छोड़ी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दिल्ली गेट से खदेड़ा तो उन्होंने एक बार फिर जामा मसजिद के आगे इकट्ठा होकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है। 

प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद भी पहुंचे। आज़ाद को दिल्ली पुलिस ने जामा मसजिद से जंतर-मंतर तक मार्च निकालने की अनुमति देने से मना कर दिया था। प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने चंद्रशेखर को हिरासत में लेने की कोशिश की लेकिन उनके समर्थकों ने उन्हें वहां से बाहर निकाल दिया। पुलिस पूरी तरह अलर्ट है और ड्रोन की सहायता से चप्पे-चप्पे पर नज़र रख रही है। 

भेदभावपूर्ण है यह क़ानून: सोनिया

नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर हो रहे जोरदार विरोध के बीच कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने वीडियो जारी कर अपनी बात कही है। सोनिया गाँधी ने कहा है कि लोकतंत्र में सभी को सरकार की नीतियों का विरोध करने और अपना विरोध दर्ज कराने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन क़ानून भेदभावपूर्ण है। 

ग़रीबों को होगी परेशानी: प्रियंका

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा शुक्रवार देर शाम को इंडिया गेट पर इस क़ानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में पहुंचीं। प्रियंका ने कहा कि नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी, दोनों ही ग़रीबों के ख़िलाफ़ है और ग़रीब लोग ही इससे सबसे ज़्यादा प्रभावित होंगे। उन्होंने सवाल पूछा कि दिहाड़ी मजदूर क्या करेंगे? कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्वक किये जाने चाहिए। 

प्रदर्शन के कारण दिल्ली मेट्रो के 15 स्टेशनों को काफ़ी देर तक बंद करना पड़ा। इस वजह से लोगों को ख़ासी परेशानी हुई। बीते कुछ दिनों से लगातार हो रहे प्रदर्शनों के कारण कई बार मेट्रो स्टेशनों को बंद करना पड़ा है। 
नागरिकता क़ानून को लेकर चल रहे तनाव के बीच शुक्रवार सुबह एक बेहद ख़ूबसूरत तसवीर सामने आई। कुछ प्रदर्शनकारियों ने जामा मसजिद के बाहर पुलिस अधिकारियों को फूल भेंट किए। 

गृह मंत्री अमित शाह के घर के पास विरोध प्रदर्शन कर रहीं दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी और पार्टी की अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

इससे पहले गुरुवार को इस क़ानून के ख़िलाफ़ दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन हुआ था। प्रदर्शन के चलते 18 मेट्रो स्टेशनों को कई घंटों के लिए बंद करना पड़ा था। शाम को 5 बजे इन स्टेशनों को खोला गया था। इसके अलावा सरकार के आदेश पर दिल्ली के कई इलाक़ों में कुछ देर के लिए इंटरनेट को भी बैन करना पड़ा था और कॉलिंग और मैसेज करने की सेवा को भी बंद किया गया था। इस कारण उपभोक्ताओं को परेशानी से जूझना पड़ा। थोड़ी देर बाद इन सेवाओं को बहाल कर दिया गया था। 

ताज़ा ख़बरें
गुरुवार को लाल क़िले के आस-पास धारा 144 लागू होने के बाद भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे थे और उन्होंने क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव को और अन्य कई लोगों को हिरासत में ले लिया। इसके अलावा मंडी हाउस पर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे थे।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें