उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फ़रवरी में हुए दंगे के मामले में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को जो ताज़ा चार्जशीट दाखिल की है उसमें पुलिस पर रिवॉल्वर तानने वाला शाहरूख पठान का नाम भी शामिल है। दो मामलों में उसके नाम आए हैं। उत्तर-पूर्व दिल्ली दंगों से संबंधित विभिन्न मामलों में दिल्ली पुलिस द्वारा कुल 88 चार्जशीट यानी आरोप पत्र दायर किए जा चुके हैं।
शाहरूख पठान पर 24 फ़रवरी को दंगों के दौरान हेड कांस्टेबल दीपक दहिया पर बंदूक़ से तानने और दंगा करने व इससे संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। 'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार दोनों घटनाएँ जाफराबाद-मौजपुर चौक पर हुई थीं, लेकिन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे।
बता दें कि मार्च के पहले हफ़्ते में शाहरूख पठान की गरिफ़्तारी की ख़बर सामने आई थी। शाहरूख़ ने मौजपुर-जाफ़राबाद इलाक़े में हिंसक प्रदर्शनों के दौरान पुलिस पर फ़ायरिंग की थी। बताया गया है कि शाहरूख ने 8 राउंड फ़ायरिंग की थी। दंगों के दौरान सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो में दिख रहा था कि शाहरूख ने हाथ में रिवॉल्वर ली हुई है और वह एक पुलिसकर्मी को धमका रहा है। इस पुलिसकर्मी की पहचान दिल्ली पुलिस के सिपाही दीपक दहिया के रूप में हुई।
'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने चार्जशीट में कहा है कि 24 फ़रवरी को सुबह क़रीब 11 बजे दो गुट - एक नागरिकता संशोधन अधिनियम व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर का विरोध करने वाले और दूसरे उसका समर्थन करने वाले- मऊरपुर चौक पर भिड़ गए।
चार्जशीट में पुलिस ने उल्लेख किया है, ‘दोनों ओर से पथराव, ईंट फेंकने, आगजनी, गोलीबारी और तोड़फोड़ की घटनाओं में कई पुलिस कर्मियों के साथ-साथ आम लोगों को चोटें आईं और लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया...।’ कहा गया है कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शाहरूख नागरिकता क़ानून के विरोध में प्रदर्शन करने वाले समूह से बाहर आया था। पुलिस ने आरोप लगाया कि उसने दहिया पर फ़ायरिंग कर दी।
रिपोर्ट के अनुसार, चार्जशीट में लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए पठान के वकील असगर ख़ान ने कहा कि उनके मुवक्किल पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है।
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