अब दिल्ली में नफ़रत का मामला सामने आया है। एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें देखा जा सकता है कि खुद को एक दक्षिणपंथी संगठन से जुड़ा बताने वाला शख्स बिरयानी की दुकान चलाने वाले को गालियाँ देता है और दुकान बंद करने को कहता है। वीडियो में उस शख्स को यह धमकी देते सुना जा सकता है कि 'आग लग जाएगी यहाँ पर'। आसपास के लोगों को संबोधित करते हुए वह 'लव जिहाद' का नाम लेकर भड़काने की कोशिश करता है। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने जाँच शुरू की है।
इस मामले में आरोपी की अभी तक पहचान या गिरफ्तारी नहीं हुई है। आईपीसी की धारा 295 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है।
कहा जा रहा है कि वह वीडियो दिवाली के दिन का दिल्ली के संत नगर क्षेत्र का है और उस वीडियो को बनाने वाला शख्स भी उसमें इसका ज़िक्र करता है। सत्य हिंदी इस वीडियो को स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता, लेकिन इस वीडियो में जो बातें कही गई हैं, वे बेहद भड़काऊ और आपत्तिजनक हैं।
वह शख्स दुकान के पास जाता है और चुपचाप अंदर बैठे व ग्राहकों का इंतजार कर रहे बिरयानी बेचने वालों पर चिल्लाना और गाली देना शुरू कर देता है। वह कहता है कि यह एक 'हिंदू क्षेत्र' है।
लगभग तीन मिनट लंबे वीडियो में उस व्यक्ति को यह कहते सुना जा सकता है कि उन्होंने दिवाली के दिन दुकान कैसे खोल दी। इस बीच वह दुकान चलाने वालों को धमकाता भी है कि 'आग लग जाएगी यहाँ पर'। वह शख्स वीडियो बनाते हुए आसपास के लोगों को कहता है, 'ये देखो हिंदुओं को सब सोए हुए हैं। भाइयो, जग जाओ। अभी बता रहा हूँ ये।... ये सारे लव जिहाद करते हैं....।'
वह कहता है, 'तुमने अपनी दुकान कैसे खोली? अनुमति किसने दी? क्या तुम नहीं जानते कि यह एक हिंदू क्षेत्र है? आज दीवाली है... इसे अभी बंद करो।... तुमको डर नहीं लगता है?'
वीडियो में दुकान के कर्मचारी हैरान व डरे हुए जान पड़ते हैं। उनमें से एक कुछ कहने की कोशिश करता है, लेकिन वह शख्स तब और हमलावर हो जाता है। इस बीच कर्मचारी कुर्सियों, मेजों और बर्तनों को दुकान के अंदर ले जाना शुरू कर देते हैं।
पीटीआई के मुताबिक़, वह शख्स ख़ुद को नरेश कुमार सूर्यवंशी बताता है और खुद की पहचान दक्षिणपंथी संगठन बजरंग दल के सदस्य के रूप में करता है।
'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, डीसीपी (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने कहा कि हमने घटना के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार, 27 वर्षीय मगरूब अली उर्फ आलम दुकान चलाता है और पास की रसोई में बिरयानी पकाता है। उन्होंने कहा, 'भले ही बाजार में अन्य लोग हमारा समर्थन करने के लिए मौजूद थे, हमने घटना के तुरंत बाद बंद कर दिया। हमें नहीं पता कि उसने हमें क्यों निशाना बनाया लेकिन हमें लगता है कि वह सिर्फ लोगों को भड़काना और डर पैदा करना चाहता था।' वह कहते हैं कि सात लोग दुकान पर काम करते हैं और बिरयानी बनाकर और बेचकर अपनी दैनिक मजदूरी कमाते हैं। उन्होंने कहा, व्यवसाय को जमने में कुछ साल लग गए, और अब वे एक दिन में लगभग 7,000 रुपये कमाते हैं। मगरूब और बाकी कर्मचारी प्रवासी हैं जो काम की तलाश में दिल्ली आए थे।
पड़ोस में रहने वाले तरुण सिंह ने कहा, 'हम सब उनका समर्थन करते हैं क्योंकि वे इतने सालों से यहाँ हैं। घटना की शाम वहां मौजूद एक महिला ने बाइक पर सवार व्यक्ति से कहा था कि वह उन्हें छोड़ दे... वे सिर्फ अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं।'
अपनी राय बतायें