दिल्ली में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और सरकार चला रही आम आदमी पार्टी के बीच जारी घमासान के दौरान ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल की शुक्रवार को मुलाकात हुई है। यह मुलाकात इसलिए अहम है क्योंकि पिछले 3 शुक्रवार से मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल नहीं मिले थे। जब सक्सेना उप राज्यपाल बने थे तो यह तय हुआ था कि मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल हर शुक्रवार को मिलेंगे।
मोर्चा खोला
लेकिन बीते कुछ दिनों से आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। आम आदमी पार्टी की ओर से उपराज्यपाल पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग का चेयरमैन रहते हुए भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसकी जांच की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायकों ने दिल्ली की विधानसभा में रात भर धरना भी दिया था।
आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल पर अपनी बेटी को नियमों के खिलाफ जाकर मुंबई में खादी लाउंज के इंटीरियर डिजाइनिंग का ठेका दिलाने का मामला भी जोर-शोर से उठाया है।
इसके अलावा खादी आयोग में कार्यरत 4,55,000 में से केवल 1,93,598 कर्मचारियों का ही खाता खोले जाने और 2.5 लाख से अधिक कर्मचारियों के नाम पर पैसे के घोटाले का आरोप उपराज्यपाल पर लगाया गया है।
इससे पहले उपराज्यपाल सक्सेना ने केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की थी। इसके बाद बीजेपी भी केजरीवाल सरकार के खिलाफ मैदान में उतर आई थी।
इसी दौरान उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई ने छापेमारी की और गाजियाबाद के एक बैंक में उनके लॉकर को भी खंगाला गया।
इन सब बातों को लेकर उपराज्यपाल और सरकार के बीच अच्छी-खासी गहमागहमी चल रही थी लेकिन शुक्रवार को जब केजरीवाल और उपराज्यपाल की मुलाकात हुई तो तमाम चर्चाएं शुरू हुई। मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा कि यह बेहद अच्छे माहौल में हुई। मुलाकात 40 मिनट लंबी चली। केजरीवाल ने कहा कि मुलाकात के दौरान दिल्ली के प्रशासनिक मामलों पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि बीते दिनों में जो कुछ हुआ है वह दुर्भाग्यपूर्ण है और उन्हें उम्मीद है कि अब हालात सुधरेंगे।
केजरीवाल और उपराज्यपाल की इस मुलाकात के बाद क्या दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जो मोर्चा उपराज्यपाल के खिलाफ खोला हुआ है, उसमें किसी तरह की नरमी आएगी। क्या सरकार और उपराज्यपाल के बीच रिश्ते सुधरेंगे।
बताना होगा कि आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ बीजेपी ने भी दिल्ली में मोर्चा खोला हुआ है। बीजेपी का कहना है कि नई आबकारी नीति के नाम पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने करोड़ों रुपए का घोटाला किया है जबकि आम आदमी पार्टी का कहना है कि उसकी सरकार के अच्छे कामों से परेशान होकर केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके उसे परेशान कर रही है।
आम आदमी पार्टी ने आक्रामक तेवर जारी रखते हुए बीजेपी पर उसके विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया और ऑपरेशन लोटस को लेकर सीबीआई निदेशक से भी मुलाकात की।
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