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केजरीवाल तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेजे गए

दिल्ली की एक अदालत ने शराब नीति मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई ने केजरीवाल के लिए पांच दिन की हिरासत मांगी थी। 

राउज एवेन्यू कोर्ट के अवकाश न्यायाधीश अमिताभ रावत ने केजरीवाल को तीन दिन की हिरासत ही मंजूर की। अदालत ने निर्देश दिया है कि केजरीवाल को अब 29 जून को अदालत में पेश किया जाए।

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दिल्ली की रद्द की जा चुकी शराब नीति से जुड़े मामले में केजरीवाल को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। केजरीवाल को जब सीबीआई ने औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया तो आप प्रमुख ने कोर्ट में जोर-जोर से अपना बयान दिया कि 'मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया कि सिसोदिया दोषी हैं। मैंने ये बयान दिया है कि आप (पार्टी), मनीष सिसोदिया और मैं निर्दोष हूं।' केजरीवाल का यह बयान इस आशंका में आया कि सीबीआई शायद कोर्ट को यह बताने वाला है कि केजरीवाल ने सारा आरोप सिसोदिया पर डाल दिया है। 

केजरीवाल के वकील विक्रम चौधरी ने कहा कि रिमांड आवेदन पूरी तरह से अस्पष्ट है। यह सत्ता के दुरुपयोग का एक उत्कृष्ट मामला है। इस मामले में अरनेश कुमार और सतिंदर कुमार अंतिल के सिद्धांतों को जस का तस लागू करने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे बताया कि हालांकि केजरीवाल का नाम लगभग हर आरोपपत्र में आ रहा था, लेकिन सीबीआई ने "भयानक चुप्पी" बनाए रखी। उन्होंने आगे कहा कि सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी का समय गिरफ्तारी की अवैधता की ओर इशारा करता है।

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आप नेता संजय सिंह ने कहा- पहली बार अरविंद केजरीवाल जी को गवाह के तौर पर 16 अप्रैल 2023 को बुलाया गया था। CBI बार-बार मनीष सिसोदिया जी की जमानत के मामले में वही कहानी दोहराती रही है, जो आज अरविंद केजरीवाल जी के मामले में दोहरा रही है। जिस मगुंटा रेड्डी के बयान को CBI केजरीवाल जी की गिरफ्तारी का आधार बना रही है, वही मगुंटा रेड्डी जुलाई 2023 में मनीष सिसोदिया जी के मामले में अपना बयान दे चुका है। जब ट्रायल कोर्ट केजरीवाल ही को जमानत दे चुका था, सुप्रीम कोर्ट जमानत देने वाला था तब इन्हें मैगुंटा रेड्डी के बयान की याद क्यों नहीं आई? प्रधानमंत्री मोदी आपातकाल का रोना तो रहे थे, मैं समझता हूँ आज इससे बड़ा आपत्काल कोई नहीं हो सकता

आप का आरोप

आप ने बुधवार को आरोप लगाया कि जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने की संभावना थी, तो भाजपा घबरा गई और उन्हें "फर्जी मामले" में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार करवा दिया गया। AAP ने कहा, "तानाशाह ने क्रूरता की सभी हदें पार कर दीं! सीबीआई केजरीवाल को राउज ऐवन्यू कोर्ट ले गई, जहां उनका ब्लड शुगर लेवल बहुत कम हो गया। तानाशाह, चाहे कितना भी जुल्म करो, केजरीवाल न झुकेंगे, न टूटेंगे।"

इससे पहले सुबह दिल्ली की एक अदालत ने सीबीआई को शराब नीति मामले में केजरीवाल को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने की अनुमति दी थी। विशेष न्यायाधीश अमिताभ रावत द्वारा आदेश पारित करने के बाद सीबीआई ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी ने मामले में मुख्यमंत्री की पांच दिन की हिरासत मांगी है।
केजरीवाल के सामने सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि निचली अदालत से बिना स्पष्ट आदेश आए बिना वो सुप्रीम कोर्ट में पूरे मामले को चुनौती नहीं दे सकते। क्योंकि अब ईडी और सीबीआई दोनों के खिलाफ ही केजरीवाल को अर्जी लगाना पड़ेगी। क्योंकि ईडी ने निचली अदालत ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हाईकोर्ट ने केजरीवाल की रिहाई स्टे कर दी थी। केजरीवाल ने उसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। लेकिन तब तक सीबीआई ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी और बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। 
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क़मर वहीद नक़वी
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