दिल्ली की एक अदालत ने शराब नीति मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई ने केजरीवाल के लिए पांच दिन की हिरासत मांगी थी।
राउज एवेन्यू कोर्ट के अवकाश न्यायाधीश अमिताभ रावत ने केजरीवाल को तीन दिन की हिरासत ही मंजूर की। अदालत ने निर्देश दिया है कि केजरीवाल को अब 29 जून को अदालत में पेश किया जाए।
दिल्ली की रद्द की जा चुकी शराब नीति से जुड़े मामले में केजरीवाल को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। केजरीवाल को जब सीबीआई ने औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया तो आप प्रमुख ने कोर्ट में जोर-जोर से अपना बयान दिया कि 'मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया कि सिसोदिया दोषी हैं। मैंने ये बयान दिया है कि आप (पार्टी), मनीष सिसोदिया और मैं निर्दोष हूं।' केजरीवाल का यह बयान इस आशंका में आया कि सीबीआई शायद कोर्ट को यह बताने वाला है कि केजरीवाल ने सारा आरोप सिसोदिया पर डाल दिया है।
पहली बार अरविंद केजरीवाल जी को गवाह के तौर पर 16 अप्रैल 2023 को बुलाया गया था।
— AAP (@AamAadmiParty) June 26, 2024
CBI बार-बार मनीष सिसोदिया जी की जमानत के मामले में वही कहानी दोहराती रही है, जो आज अरविंद केजरीवाल जी के मामले में दोहरा रही है।
जिस मगुंटा रेड्डी के बयान को CBI केजरीवाल जी की गिरफ्तारी का आधार… pic.twitter.com/bIAR9sENXz
आप का आरोप
आप ने बुधवार को आरोप लगाया कि जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने की संभावना थी, तो भाजपा घबरा गई और उन्हें "फर्जी मामले" में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार करवा दिया गया। AAP ने कहा, "तानाशाह ने क्रूरता की सभी हदें पार कर दीं! सीबीआई केजरीवाल को राउज ऐवन्यू कोर्ट ले गई, जहां उनका ब्लड शुगर लेवल बहुत कम हो गया। तानाशाह, चाहे कितना भी जुल्म करो, केजरीवाल न झुकेंगे, न टूटेंगे।"इससे पहले सुबह दिल्ली की एक अदालत ने सीबीआई को शराब नीति मामले में केजरीवाल को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने की अनुमति दी थी। विशेष न्यायाधीश अमिताभ रावत द्वारा आदेश पारित करने के बाद सीबीआई ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी ने मामले में मुख्यमंत्री की पांच दिन की हिरासत मांगी है।
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