सीबीआई रविवार को दिल्ली
के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ कर रही है। केजरीवाल से यह पूछताछ
दिल्ली की शराब नीति बनाने और उसे लागू करने में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर हो
रही है। उन्हें बीते शुक्रवार को सीबीआई की तरफ से नोटिस दिया गया था, और सीबीआई के दिल्ली दफ्तर में पूछताछ के लिए
बुलाया गया था।
इस मामले में दिल्ली के
पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहले से ही सीबीआई की हिरासत में हैं। उन्हें 26 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था। मनीष के
खिलाफ सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी लॉंड्रिंग के आरोपों की जांच
कर रहा है।
केजरीवाल सीबीआई के दफ्तर
जाने से पहले महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पहुंचे। केजरीवाल ने एक ट्वीट भी
किया और लिखा, ‘हम बापू के बताए
रास्ते पर हैं, अन्याय, जुल्म के खिलाफ हम सत्य के रास्ते पर हैं,
अंत में जीत सत्य की होगी’।
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अरविंद केजरीवाल से
सीबीआई की पूछताछ के खिलाफ आप कार्यकर्ताओं ने सीबीआई के दफ्तर के बाहर धरना
प्रदर्शन भी किया। इस धरने में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा, संजय सिंह सहित आप के कई विधायक शामिल हुए।
प्रदर्शन कर रहे विधायकों को दिल्ली पुलिस ने डिटेन कर लिया। आम आदमी पार्टी की तरफ
से ट्वीट किया गया जिसमें विधायक विनय मिश्रा, रवि, अखिलेश पति
त्रिपाठी को डिटेन किया गया है।
इससे पहले सुबह, केजरीवाल के सीबीआई दफ्तर पहुंचने से पहले ही
दफ्तर और अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी। आप
मुख्यालय तथा सीबीआई दफ्तर के बीच कई जगह बेरिकेडिंग भी की गई थी।
सीबीआई द्वारा केजरीवाल
से पूछताछ के मसले राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल को देश को
शिक्षा-स्वास्थ्य का मॉडल देने की सजा मिल रही है। उन्होंने कहा, 'इस जुल्म के खिलाफ आप की लड़ाई जारी रहेगी।
केजरीवाल जी झुकेंगे नहीं, तानाशाही के
खिलाफ लड़ते रहेंगे।' संजय सिंह ने
पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि इस देश में दो शाह हैं,
एक तानाशाह, दूसरा अमित शाह।
आप विधायक और दिल्ली
सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी सीबीआई पर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री
के पास कोई विकल्प नहीं है, अगर वे जवाब
देंगे तो सीबीआई कहेगी कि जवाब नहीं मिला, और अगर नहीं देते हैं तो सीबीआई कहेगी कि उन्होंने जवाब देने से मना कर दिया।
दिल्ली से और खबरें
शुक्रवार को सीबीआई
द्वारा समन किये जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर
कहा था कि शराब नीति कोई घोटाला ही नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार पर विपक्ष के
नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों को दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया था और कहा था
विपक्षी नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है।
केजरीवाल ने कहा था कि वे झूठे मामलों में फंसाने के लिए जांच एजेंसियों के खिलाफ भी कोर्ट में केस दायर करेंगे।
इस मसले पर पार्टी की तरफ
से भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई और कहा कि केजरीवाल को सीबीआई के समक्ष
पूछताछ के लिए बुलाया जाना आम पार्टी के राष्ट्रीय पार्टी बन जाने से पैदा हुए डर
का नतीजा है। केंद्र सरकार केजरीवाल को चुप कराने के लिए जांच एजेंसियों का
दुरुपयोग कर रही है।
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