loader

मोदी-अडानी पर बोलते ही केजरीवाल की गिरफ़्तारी का षड्यंत्र शुरू: आप

आम आदमी पार्टी ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाएगा और इसके लिए काफ़ी पहले ही षड्यंत्र रचा गया है। केजरीवाल को दिल्ली की नयी आबकारी मामले में सीबीआई द्वारा पूछताछ के लिए समन जारी किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है।

आप के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि इस 'साजिश' से केजरीवाल की आवाज़ नहीं दबेगी। उन्होंने कहा, 'जिस दिन केजरीवाल जी ने दिल्ली विधानसभा के पटल पर यह उजागर किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक व्यवसायी मित्र का काला धन वास्तव में उनका था, मैंने उनसे कहा था कि सलाखों के पीछे जाने वाले वह अगले शख्स होंगे।'

उन्होंने कहा कि 'सीबीआई के समन से लड़ाई नहीं रुकेगी, घर-घर तक आवाज़ पहुंचेगी—मोदी ने दोस्त की कंपनी में लाखों करोड़ का कालाधन लगाया।'

प्रेस कॉन्फ़्रेंस में संजय सिंह ने कहा, 'ये अरविंद केजरीवाल हैं जिसने देश को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली पानी का मॉडल दिया। इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी त्याग कर भ्रष्टाचार के खिलाफ़ लड़े। आपके नोटिस से भ्रष्टाचार के खिलाफ़ उनकी लड़ाई रुकने वाली नहीं है। आपका लाखों रुपये का घोटाला तो घर-घर जाकर रहेगा।'

ताज़ा ख़बरें

संजय सिंह केजरीवाल के जिस भाषण की चर्चा कर रहे हैं उसमें दिल्ली के सीएम 28 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी पर बरस पड़े थे। उन्होंने पीएम को जमकर कोसा था। क्या-क्या नहीं कहा! देश को लूटने का आरोप लगाया। कम पढ़ा-लिखा पीएम बताया। राजा-महाराजाओं से तुलना की जिन्होंने कुछ तारीफों के लिए अंग्रेजों के सामने देश को गँवा दिया। केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में सीधे प्रधानमंत्री मोदी और अडानी का नाम लेते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री देश को दोनों हाथों से लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि '...कोयला लूट रहे, एयरपोर्ट लूट रहे हैं, सड़कें लूट रहे हैं, बिजली लूट रहे हैं, पानी लूट रहे हैं....'। उन्होंने तो यहाँ तक कहा था कि कांग्रेस ने 75 साल में जितना नहीं लूटा है, उससे ज़्यादा प्रधानमंत्री मोदी ने सात-आठ साल में लूटा है।

केजरीवाल ने आरोप लगाया था,

पीएम कम पढ़े-लिखे हैं और चीजों को ठीक से नहीं समझते हैं। यह चिंताजनक है। ...अडानी उन्हें बताता है कि इस देश में कंपनी ख़रीदते हैं, इसके पीछे सीबीआई-ईडी लगाते हैं। बदले में 10-20% कमीशन मिलता है।


अरविंद केजरीवाल, (दिल्ली विधानसभा में)

मोदी-अडानी के रिश्तों को लेकर सवाल उठाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था कि '2014 से अडानी जी की यानी मोदी जी की जायदाद 50 हज़ार करोड़ रुपये की थी। साल साल बाद इनकी जायदाद हो गई 11.5 लाख करोड़ रुपये। मोदी जी इतनी संपत्ति लेकर कहाँ जाओगे? आपने सात साल में इतना लूट लिया! 1947—2014 तक (सारी सरकारों का मिलाकर देश पर कर्ज़)- 55 लाख करोड़ रुपये था। 2014—2023 (8 साल में देश पर कर्ज़) 85 लाख करोड़ रुपये। ये पैसा कहां है? ये पैसा गया जनता की जेब से अडानी की जेब- मोदी जी की जेब में।'

दिल्ली से और ख़बरें

बहरहाल, अब केजरीवाल को दिल्ली आबकारी मामले में सीबीआई का समन मिला है। यह वही शराब नीति मामला है जिसमें सिसोदिया और अन्य पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पिछले साल सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। दिल्ली सरकार ने इसके बाद नई शराब नीति को वापस लिया। आप ने कहा था कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना के इस आदेश से करोड़ों रुपये के राजस्व के नुकसान का आरोप लगाया। यानी नई शराब नीति से दिल्ली सरकार के खजाने को फायदा हो रहा था लेकिन एलजी की जिद की वजह से पुरानी शराब नीति फिर से लागू करना पड़ी। 

सिसोदिया को सीबीआई ने फ़रवरी के आख़िर में गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल तिहाड़ जेल में हैं। बाद में ईडी ने मार्च में दिल्ली शराब नीति मामले में ही जेल से गिरफ्तार कर लिया।

केजरीवाल की सरकार के उच्चतम स्तर की ठगी में शामिल होने का आरोप लगाते हुए सीबीआई ने दावा किया है कि पॉलिसी में एहसान के लिए करोड़ों रुपये का भुगतान किया गया था और पिछले साल गोवा में आम आदमी पार्टी के चुनाव अभियान में लगाया गया था। आप ने इन आरोपों को 'प्रतिशोध' और केंद्र में सत्तासीन भाजपा द्वारा राजनीतिक बदले की कार्रवाई के तौर पर खारिज कर दिया है।

दिल्ली आबकारी नीति को लेकर केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई को आप सरकार राजनीतिक फायदे के लिए कार्रवाई बताती रही है।

 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें