आम आदमी पार्टी ने रविवार को दिल्ली में पहला राष्ट्रीय जनप्रतिनिधि सम्मेलन बुलाया है। इसमें 20 राज्यों से आए पार्टी के नेता शामिल हुए हैं। यह सम्मेलन दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में हो रहा है।
सम्मेलन में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी को कुचलने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को बदनाम करने की कोशिश की गई।
केजरीवाल ने कहा कि आबकारी नीति में भ्रष्टाचार का मुद्दा फर्जी है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया के घर से और बैंक लॉकर से कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान के घर से भी कुछ नहीं मिला।
बता दें कि दिल्ली में आबकारी नीति को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी उलझे हुए हैं। बीजेपी का कहना है कि दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला किया है और उन्हें पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
ऑपरेशन लोटस को लेकर बोला हमला
आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायकों को 20-20 करोड़ जबकि पंजाब में 25-25 करोड़ रुपए देने की कोशिश की गई लेकिन दिल्ली के साथ ही पंजाब में भी ऑपरेशन लोटस फेल हो गया।
केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायकों को धमकी दी जा रही है कि वे बीजेपी के साथ आ जाएं वरना उनके साथ भी यही होगा और उनके घर भी एजेंसी छोड़ दी जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायक नहीं टूटेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी देशभर में 285 विधायक खरीद चुकी है और कम से कम 8000 करोड़ रुपए विधायकों को खरीदने में खर्च कर चुकी है। उन्होंने पूछा कि इतना पैसा आखिर कहां से आया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और कहा कि विधायकों को खरीदे जाने के बाद भी प्रधानमंत्री लाल किले से कहते हैं कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
जेल जाने को रहें तैयार
केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी उनके विधायकों, मंत्रियों को 3 से 4 महीने जेल में रख सकती है लेकिन इससे ज्यादा वह कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी। उन्होंने कहा कि हमें जेल जाने को तैयार रहना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में मीडिया को धमकियां दी जा रही हैं और गुजरात में आम आदमी पार्टी की खबरों के छपने पर रोक लगाई जा रही है।
मजबूत होती गई आप
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी ने पिछले तीन चुनावों में दिल्ली में बीजेपी को धूल चटाई है। 2013 के विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी जबकि 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को अपने दम पर बड़ी जीत मिली थी। 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 70 सदस्यों वाली दिल्ली में 67 सीटों पर जीत मिली थी जबकि 2020 में यह आंकड़ा 62 सीटों का था। राज्यसभा में भी पार्टी ने अपनी ताकत बढ़ाई है और उसके पास 10 सांसद हैं।
दिल्ली के साथ ही आम आदमी पार्टी ने इस साल फरवरी-मार्च में पंजाब के चुनाव में भी प्रचंड जीत हासिल की थी। इसके बाद वह हिमाचल प्रदेश और गुजरात के चुनाव में मजबूती से उतरने की कोशिश कर रही है। लेकिन आबकारी नीति पर हुए घमासान के बीच उसे इस बात का डर है कि उसके बड़े नेता और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जांच एजेंसियां गिरफ्तार कर सकती हैं।
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