ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेज़ॉन प्राइम वीडियो पर पॉलिटिकल ड्रामा वेब सीरीज़ 'तांडव' रिलीज़ हो चुकी है, जिसका सभी को बेसब्री से इंतज़ार था। सीरीज़ की कहानी दो तरह की राजनीति के ईर्द-गिर्द घूमती है।
फ़िल्म 'कागज़' ओटीटी प्लेटफॉर्म ज़ी 5 पर रिलीज़ हुई है। फ़िल्म का निर्देशन सतीश कौशिक ने किया है और इसमें लीड रोल में पंकज त्रिपाठी, सतीश कौशिक, एम मोनल गुज्जर, मीता वशिष्ठ व अन्य स्टार्स हैं।
ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म हॉटस्टार ने दर्शकों की नब्ज़ काफ़ी पहले ही पकड़ ली थी। साल 2018 में वेब सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस का पहला सीज़न रिलीज़ हुआ था और अब इसका दूसरा सीज़न 'क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स' आ चुका है।
ओटीटी प्लेटफॉर्म एक-डेढ़ साल पहले भारत में उभर कर सामने आये। इस साल जिस तरह से ओटीटी प्लेटफॉर्म के क़ारोबार में वृद्धि हुई है, उससे माना जा रहा है कि 2024 तक छठा सबसे बड़े बाज़ार हो जाएगा।
ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म ज़ी5 पर वेब सीरीज़ 'ब्लैक विडोज़' रिलीज़ हुई है, जो कि फ़िनलैंड की एक चर्चित वेबसीरीज़ ‘मुस्टट लेस्केट’ का हिंदी वर्जन है। वेब सीरीज़ का निर्देशन डायरेक्टर बिरसा दासगुप्ता ने किया है।
हिंदी रिमेक फ़िल्म 'दुर्गामती' रिलीज़ हुई है। फ़िल्म का निर्देशन जी. अशोक ने किया है। दिलचस्प बात यह है कि साउथ की फ़िल्म 'भागमती' को भी जी. अशोक ने निर्देशित किया था।
अभी हाल ही में आई फ़िल्म ‘सर’ को देख कर ऐसा लगा जैसे एक आदर्श दुनिया को, परिकथाओं की दुनिया को अपनी आँखों से देख रहे हों। ‘सर’ फ़िल्म, आधारित है एक ऐसे स्त्री-पुरुष संबंध पर जहाँ पर पुरुष मालिक की भूमिका में है और स्त्री नौकर की।
फ़िल्म 'दरबान' रवीन्द्रनाथ टैगोर की शॉर्ट कहानी 'खोकाबाबर प्रत्यवर्तन' (छोटे उस्ताद की वापसी) पर आधारित है। निर्देशक बिपिन नाडकर्णी द्वारा निर्देशित फ़िल्म 'दरबान' ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म ज़ी 5 पर रिलीज़ हो चुकी है।
ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म ज़ी 5 और अल्ट बालाजी पर वेब सीरीज़ 'डार्क 7 व्हाइट' रिलीज़ हुई है। सीरीज़ क्राइम-थ्रिलर और सस्पेंस से भरपूर है। सीरीज़ की कहानी श्वेता बृजपुरिया के क्राइम-थ्रिलर अंग्रेज़ी नॉवेल 'डार्क व्हाइट' से ली गई है।
ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म सोनी लिव पर वेब सीरीज़ 'अ सिंपल मर्डर' रिलीज़ हुई है। 'अ सिंपल मर्डर' यानी एक साधारण हत्या लेकिन सीरीज़ की कहानी उतनी भी साधारण नहीं है। पढ़िए इसकी समीक्षा।
फ़िल्म क्रिटिक ख्वाजा अहमद अब्बास टिकट खरीदकर ख़ुद से फ़िल्म देखने गए। अगले दिन फिर से उन्होंने उसे देखा। उन्होंने लिखा है कि यह फ़िल्म उन्होंने कुल 18 बार देखी। उन्होंने इस फ़िल्म की 7 कॉलम की समीक्षा लिखी।