वेब सीरीज़ क्रैकडाउन वूट सेलेक्ट पर रिलीज हो गई है। सीरीज़ में लीड रोल में राजेश तैलंग, श्रीया पिलगाँवकर, इक़बाल ख़ान हैं। जानिए कैसी बनी है यह वेब सीरीज़।
लंदन कॉन्फिडेंशियल ओटीटी प्लेटफॉर्म ज़ी 5 पर रिलीज़ हुई है। कंवल सेठी के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म की क्या है कहानी और किस दर्जे की है यह फ़िल्म, जानिए समीक्षा में।
हसरत जयपुरी के नाम से मशहूर इक़बाल हुसैन की आज यानी 17 सितंबर को पुण्यतिथि है। उनका जन्म 15 अप्रैल 1918 को हुआ था। बस कंडक्टरी से शुरुआत कर उन्होंने मुशायरों में हिस्सा लेना शुरू किया था।
अपने बेबाक अंदाज और अपनी एक्टिंग के दम पर कंगना ने लोकप्रियता हासिल की है लेकिन कई बार कंगना द्वारा दिये गए उनके कुछ बयान फ़िल्म इंडस्ट्री में विवाद पैदा कर चुके हैं।
फ़िल्म अभिनेता कृष्ण निरंजन सिंह यानी के एन सिंह को कैसे याद किया जाएगा? क्या एक ऐसे अभिनेता के तौर पर जिन्होंने बर्लिन ओलम्पिक छोड़कर बॉलीवुड में नाम कमाया?
अंधविश्वास एक ऐसा विषय बन गया है कि हर कोई इस पर बात करना चाहता है और अब सिनेमा में भी इस पर कई फ़िल्में बनने लगी है और ऐसा ही कुछ फ़िल्म 'सड़क 2' की कहानी में भी देखने को मिला।
लोकप्रियता के केंद्र में आने और नेपथ्य में जाकर गुम हो जाने का चक्र चलता रहता है। अतीत में भारत भूषण, मीना कुमारी और भगवान दादा के बारे में मशहूर है कि वे ग़रीबी में मरे।
कंगना रनौत आए दिन किसी न किसी की विवाद में घिर जाती हैं। नेपोटिज़्म से लेकर सुशांत केस तक कंगना के बयान पर विवाद हो जाता है और उसपर कंगना ग़ुस्सा भी निकालती हैं। आख़िर उन्हें इतना ग़ुस्सा क्यों आता है?
2002 का वाक़या है। हंगल साहब तब हाल ही में 'इप्टा' के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। हमारी पहली मुलाक़ात थी। मैंने उनसे लंबी बातचीत की। पेश है उस बातचीत का कुछ अंश।
ए के हंगल कहते हैं ‘बात यह है कि डेट ऑफ़ बर्थ मालूम नहीं थी। फ़िल्मी पत्रकार पूछते-आपकी जन्मतिथि कब की है... मैंने कहा कोई भी डेट लिख दे। तो मैंने कह दिया- पंद्रह अगस्त। चल निकली यही डेट। मिलने लगीं फ़िल्मी बधाइयाँ। हा हा!'
ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म नेटफ्लिक्स पर फ़िल्म 'गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल' रिलीज़ हुई है जो कि एक बायोपिक फ़िल्म है। यह फ़िल्म शौर्य चक्र से सम्मानित पायलट 'गुंजन सक्सेना' की कहानी है।
फ़िल्म संगीतकार जयदेव की जन्म शतवार्षिकी के मौके पर सत्य हिन्दी की विशेष पेशकश। आख़िर उन्हें वह जगह क्यों नहीं मिली, जिसके हक़दार वे थे, बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ।