loader

तेजस्वी ने नीतीश से कहा- शक्ति मलिक की हत्या मामले में हो सीबीआई जांच

बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरजेडी के पूर्व नेता शक्ति मलिक की हत्या के मामले को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, उनके भाई तेज प्रताप यादव और आरजेडी के कुछ अन्य नेताओं के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है। मलिक की रविवार को पूर्णिया जिले में उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 37 साल के शक्ति मलिक महादलित समाज के नेता थे। 

विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू द्वारा इस मामले को मुद्दा बनाए जाने के बाद आरजेडी फंसती दिख रही है। लेकिन तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर ख़ुद पर बढ़ रहे राजनीतिक दबाव को कम करने की कोशिश की है। 

ताज़ा ख़बरें

तेजस्वी ने नीतीश को लिखे पत्र में कहा है कि वे इस मामले में उनके ख़िलाफ़ सीबीआई जांच करवाएं और जरूरत पड़े तो उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ करें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि वे चाहते हैं कि इस मामले में पीड़ित परिवार को तुरंत न्याय मिले और दूध का दूध और पानी का पानी हो। 

चुनाव में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा बनने वाले तेजस्वी ने पत्र में लिखा है कि वे आग्रह करते हैं कि मुख्यमंत्री इस मामले की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की किसी भी एजेंसी से अविलंब जांच कराने की अनुशंसा करें।  

तेजस्वी और तेज प्रताप के अलावा आरजेडी की दलित सेल के अध्यक्ष अनिल कुमार साधू, अररिया जिले के पार्टी नेता कालू पासवान, सुनीता देवी और एक अन्य व्यक्ति का भी नाम एफ़आईआर में दर्ज है। यह एफ़आईआर मलिक की पत्नी की शिकायत पर दर्ज की गई है जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके पति की हत्या राजनीतिक कारणों की वजह से हुई है। 

बिहार से और ख़बरें

‘तेजस्वी ने मांगा था चंदा’

मलिक ने कुछ दिन पहले ही एक वीडियो जारी कर कहा था कि टिकट के लिए उनसे चंदा मांगा गया था। मलिक के मुताबिक़, ‘तेजस्वी ने मुझसे कहा था कि चंदा तो आपको देना ही पड़ेगा। तेजस्वी ने कहा था कि अगर तुम्हारे पास पैसा है तो टिकट लेकर चुनाव लड़ो, वरना यहां से निकलो। अगर तुम आवाज़ उठाने का काम करोगे तो तुम्हें जान से मरवा दिया जाएगा।’ वीडियो वायरल होने के बाद आरजेडी ने मलिक को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। मलिक आरजेडी की दलित सेल की बिहार इकाई के सचिव पद पर थे। 

मलिक ने आरोप लगाया था कि तेजस्वी यादव ने चंदे के रूप में 50 लाख रुपये मांगे थे। मलिक रानीगंज सीट से चुनाव मैदान में उतरना चाहते थे। उन्होंने वीडियो में यह भी कहा था कि तेजस्वी यादव ने उन्हें जातिसूचक गालियां भी दीं। मलिक की पत्नी ने कहा है कि तीन लोगों ने उनके घर में घुस कर उनके पति को गोली मार दी और भाग गए। यह घटना सुबह तड़के 3 बजे हुई। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

बिहार से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें