राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) ने सोमवार को कहा है कि उसके दल के अंदर किसी तरह की टूट होने की खबरें गलत हैं। दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रिंस राज ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दल के अंदर टूट होने की खबरों को पूरी तरह खारिज कर दिया। बता दें कि तीन-चार दिन से बिहार की सियासत में ऐसी चर्चा है कि एनडीए के सहयोगी दल रालोजपा के कुछ सांसद टूटकर जेडीयू और महागठबंधन के साथ जा सकते हैं।
बिहार में कुछ दिन पहले नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जेडीयू ने एनडीए से नाता तोड़ लिया था और महागठबंधन में शामिल दलों के साथ मिलकर नई सरकार बनाई है। तब रालोजपा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा था कि वह एनडीए के साथ ही रहेंगे।
इसके बाद ऐसी चर्चा चली कि उनकी पार्टी के तीन सांसद टूटकर जेडीयू और महागठबंधन के साथ जा सकते हैं। इन सांसदों में खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर, वैशाली की सांसद वीणा देवी और नवादा से सांसद चंदन सिंह का नाम सामने आया।
लेकिन प्रिंस राज ने सोमवार को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रालोजपा में किसी तरह की कोई टूट नहीं होगी। उनके साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद वीणा देवी और सांसद चंदन सिंह भी मौजूद रहे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद महबूब अली कैसर भी पत्रकारों के सामने आए और कहा कि वह रालोजपा के साथ हैं।
बताना होगा कि रामविलास पासवान के निधन के बाद लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हुई थी और पार्टी चिराग पासवान और पशुपति पारस के गुटों में बंट गई थी। 2019 में लोक जनशक्ति पार्टी के 6 सांसद जीते थे और इसमें से पांच सांसद पारस गुट के साथ चले गए थे जबकि चिराग पासवान अकेले पड़ गए थे।
बहरहाल, प्रिंस राज ने इस तरह की अटकलों को विराम दे दिया है कि रालोजपा में किसी तरह की टूट होने जा रही है। सांसद प्रिंस राज ने यह भी कहा कि जेडीयू का बीजेपी पर यह आरोप लगाना कि बीजेपी उनकी पार्टी को तोड़ना चाहती थी, यह आरोप गलत है।
उन्होंने कहा कि बिहार में बना नया महा गठबंधन नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने में देर क्यों कर रहा है। प्रिंस राज ने कहा कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी एनडीए के नेतृत्व में 2024 का चुनाव लड़ेगी और नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
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