अब तक कम कोरोना मामले वाले बिहार में संक्रमित लोगों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। घर लौट रहे प्रवासी मज़दूरों में से 26 प्रतिशत में संक्रमण पाया जा रहा है।
प्रवासी मजदूरों के राज्य में आने से लेकर क्वारेंटीन सेंटर्स में उनके रहने के इंतजाम को लेकर नीतीश सवालों के घेरे में हैं। चुनाव से पहले यह नीतीश के लिए ख़तरे की घंटी है।
लॉकडाउन और काम-धंधों के बंद होने से अन्य प्रदेशों से लौटकर आने वाले प्रवासी श्रमिकों और छात्रों के क्वॉरंटीन की समुचित व्यवस्था करना और उनका कोरोना जाँच करवाना भी बिहार के लिए एक बड़ी समस्या है।
बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में तीन महिलाओं के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी गईं। डायन बताकर बंधक बनाया गया। पीटा गया। अर्द्धनग्न किया गया। मुंडन कर दिया गया। पेशाब पिलाया गया और कथित तौर पर मैला भी खिलाया गया।
लॉकडाउन के बीच बीजेपी विधायक अनिल सिंह को राजस्थान के कोटा के लिए यात्रा पास जारी करने पर काफ़ी किरकिरी होने के बाद बिहार सरकार ने राज्य के एक अधिकारी को निलंबित कर दिया है।
जब पूरा देश कोरोना से जूझ रहा है ठीक उसी समय बिहार में एक महिला के साथ बलात्कार की ख़बर आती है। ये घटना उस समय होती है जब वह कोरोना बीमारी से बचाव के लिए बनाए गए गया के मगध अस्पताल के क्वरेंटाइन वार्ड में महिला भर्ती थी।