बिहार के मुख्यमंत्री को शायद समझ में नहीं आया कि लम्बे समय तक शासन में रहने के अपरिहार्य दोष के रूप में पैदा हुए सामंती अहंकार का विस्तार लोकप्रियता के उल्टे अनुपात में होता है।
विदेशों में नौकरी करने वाले लोगों के कारण आस-पास के इलाक़ों में तरक्क़ीयाफ्ता और खुशहाल समझे जाने वाले बिहार के कई गाँव आजकल भीषण बेरोज़गारी की गिरफ़्त में हैं।
जिन लोगों ने भी नीतीश-मोदी और जेडीयू-बीजेपी की सियासत को देखा-समझा है, वे नीतीश के वोट मांगने के इस अंदाज को देखकर चकित हैं, मगर यही चौंकाने वाला फैक्टर बिहार की सियासत के बदले हुए मिजाज का सबूत भी है।
बिहार चुनाव में अचानक से आरक्षण का मुद्दा आ गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे उछाला है। नीतीश कुमार ने जातियों की आबादी के हिसाब से आरक्षण की बात कही है। नीतीश अपने लिए वोटबैंक का जुगाड़ कर रहे हैं या बीजेपी को नुक़सान पहुँचा रहे हैं?
दुर्गा विसर्जन के दौरान बिहार के मुंगेर में हुई पुलिस फायरिंग के बाद एसपी और डीएम का तबादला किए जाने के बावजूद लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। गुरुवार को उत्तेजित भीड़ ने प्रदर्शन किया और पुलिस की दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब बिहार चुनाव में धारा 370, राम मंदिर का जिक्र किया तो तभी साफ हो गया था कि बिहार में बीजेपी के पास लोगों से वोट मांगने के लिए ऐसे ही मुद्दे बचे हैं।
नीतीश को बिहार की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। ऐसा चाणक्य जो बिहार में पिछले पंद्रह सालों से शासन के शीर्ष पर रहा। उनके राजनीतिक चातुर्य का करिश्मा ये है कि बीजेपी और आरजेडी दोनों, उनके नीचे रह कर सरकार में शामिल रहे।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 71 सीटों के लिए आज 53.54 प्रतिशत वोट पड़े। मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा और कहीं से किसी बड़ी हिंसा की ख़बर नहीं आई।
पहले चरण के मतदान के बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने क़ानून व्यवस्था का मुद्दा उठा कर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने मुंगेर में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुई गोलीबारी पर पुलिस की तुलना जनरल डायर से कर दी।
बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए हो रहे चुनाव में पहले चरण में 16 ज़िलों की 71 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। ग्राफ़िक्स से समझिए, महागठबंधन और एनडीए किसका पलड़ा भारी है और किन चर्चित उम्मीदवारों कि किस्मत दाँव पर है।
243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में पहले चरण में 16 जिलों की 71 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। लगभग सभी सीटों पर महागठबंधन और एनडीए के बीच जोरदार मुक़ाबला होने की उम्मीद है।