बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए 17 ज़िलों की 94 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। इस चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव में सीधी टक्कर है। क्या कहते हैं आँकड़े, कौन मारेगा बाजी?
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 17 ज़िलों की 94 विधानसभा सीटों पर आज मतदान है। इस चरण में 1463 प्रत्याशियों के भाग्य का फ़ैसला होगा जिनमें 146 महिलाएं हैं। क़रीब 2.85 करोड़ मतदाता वोट करेंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने की लड़ाई लड़ रहे एलजेपी मुखिया चिराग पासवान अपने एक हालिया वीडियो को लेकर घिर गए हैं।
तेजस्वी यादव एक नए हुंकार के साथ खड़े हुए हैं। चुनाव की बिसात पर वो अपने पिता लालू यादव के आरंभिक दिनों की तरह एक चतुर खिलाड़ी के जैसे आत्मविश्वास से भरे दिखाई दे रहे हैं। क्या नीतीश को हरा पाएँगे?
बिहार में मुसलिम लड़कियों की शिक्षा में कम भागीदारी क्यों है? जो सरकारी स्कूलों में जाती भी हैं उनमें से कई ऐसी हैं जो पाँचवीं कक्षा में होने के बावजूद सही से नाम तक नहीं लिख पाती हैं? ऐसा क्यों है और सरकारी मदद क्यों नहीं मिली?
बिहार के चुनाव में 10 लाख नौकरियों का नाम क्या आया, राजनीति का रंग बदल गया। पहले तो जमकर हीला हवाली हुई, मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों ने दलील दी कि राज्य सरकार के पास इतने लोगों को वेतन देने का भी पैसा नहीं है।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 94 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार रविवार शाम ख़त्म हो गया। राज्य के 17 ज़िलों में स्थित इन सीटों पर मतदान 3 दिसंबर यानी मंगलवार को होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल, लालू प्रसाद यादव या तेजस्वी यादव का नाम लिए बग़ैर एक बार फिर उनके परिवार पर हमला बोला है और ज़ोर देकर कहा है कि ये सिर्फ़ अपने परिवार के बारे में ही सोचते हैं, उन्हें बिहार की जनता से कोई मतलब नहीं है।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में सबसे अधिक 94 सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू के लिए सबसे महत्वपूर्ण चरण माना जा रहा है क्योंकि इसमें उसकी सबसे अधिक जीती हुई सीटें हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री को शायद समझ में नहीं आया कि लम्बे समय तक शासन में रहने के अपरिहार्य दोष के रूप में पैदा हुए सामंती अहंकार का विस्तार लोकप्रियता के उल्टे अनुपात में होता है।