बिहार विधानसभा के तीसरे और आख़िरी चरण में 78 सीटों के लिए वोटिंग हो रही है। इस चरण में 2.34 करोड़ मतदाता 1204 मतदाताओं की किस्मत का फ़ैसला करेंगे। ग्राफिक्स से जानिए, किसका पलड़ा है भारी।
बिहार के चुनाव में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में जगह-जगह पर वैचारिक टकराव के साथ तालमेल में कमी नजर आ रही है। वहीं आरजेडी-कांग्रेस-वामदलों का गठजोड़ पूरे दमखम के साथ मैदान में है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीसरे चरण में विकास और जातीय समीकरण सीमांचल की वोट चर्चा के अहम हिस्सा नज़र आते हैं लेकिन बदलाव की चाहत इन पर भारी दिखती है।
जिस किशनगंज में एक दिन पहले नीतीश कुमार कह रहे थे कि ‘कोई किसी को नहीं भगा सकता’, उसी किशनगंज में अगले दिन चुनाव प्रचार के अंतिम दिन नीतीश कह गये- ‘यह मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला।’
बिहार चुनाव प्रचार में बीजेपी और जेडीयू में वैचारिक खाई साफ़ तौर पर दिखने लगी है। योगी आदित्यनाथ ने जब सीएए का ज़िक्र कर कहा कि घुसपैठिए को बाहर निकालेंगे तो नीतीश कुमार ने इस तरह की बातों को 'फालतू बात' क़रार दे दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए 17 ज़िलों की 94 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। इस चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव में सीधी टक्कर है। क्या कहते हैं आँकड़े, कौन मारेगा बाजी?
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 17 ज़िलों की 94 विधानसभा सीटों पर आज मतदान है। इस चरण में 1463 प्रत्याशियों के भाग्य का फ़ैसला होगा जिनमें 146 महिलाएं हैं। क़रीब 2.85 करोड़ मतदाता वोट करेंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने की लड़ाई लड़ रहे एलजेपी मुखिया चिराग पासवान अपने एक हालिया वीडियो को लेकर घिर गए हैं।
तेजस्वी यादव एक नए हुंकार के साथ खड़े हुए हैं। चुनाव की बिसात पर वो अपने पिता लालू यादव के आरंभिक दिनों की तरह एक चतुर खिलाड़ी के जैसे आत्मविश्वास से भरे दिखाई दे रहे हैं। क्या नीतीश को हरा पाएँगे?