बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जिन 10 लाख नौकरी की बात और वादा बार-बार करते रहे हैं उसकी घोषणा आज नीतीश कुमार ने क्यों की? जानिए इसके साथ और किसकी घोषणा की।
केंद्रीय एजेंसियों पर जिस तरह से विपक्षी दलों के नेताओं के ख़िलाफ़ निशाना बनाकर कार्रवाई करने के आरोप लगते रहे हैं, उसको लेकर तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है। जानिए उन्होंने क्या कहा।
देश का राजनीतिक परिदृश्य इतनी तेजी से बदलेगा, इसका अंदाजा बीजेपी को भी नहीं था। नीतीश ने बुधवार को बीजेपी को खुली चुनौती दे दी कि 2024 में जीत कर दिखाओ? नीतीश के इस बयान के बहुत गहरे अर्थ हैं। इसी के साथ नीतीश ने खुद को विपक्ष के संभावित पीएम प्रत्याशी के रूप में स्थापित कर लिया है। हालांकि उन्होंने खुद इसका खंडन भी किया है। नीतीश के बयान और राजनीतिक परिस्थितियों का विश्लेषण पढ़िए सत्य हिन्दी पर।
जेडीयू और बीजेपी के बीच रिश्ते बिगड़ने की चर्चा पटना से लेकर दिल्ली तक के मीडिया और सियासी गलियारों में पिछले 3 महीने से थी और अंत में यह सच साबित हुई और राज्य में नई सरकार बन गयी है।
बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री कब बनेगा, यह सवाल बीजेपी के नेताओं के बीच चर्चा का मुद्दा था। क्या नीतीश इससे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दख़ल से खतरा महसूस कर रहे थे?
क्या बिहार की राजनीति में 'शुभ', 'अशुभ' का चक्कर है? क्या अशुभ माने जाने वाले खरमास माह की वजह से नीतीश कुमार दो दिन के अंदर कुछ आमूल-चूल बदलाव करने वाले हैं?
बिहार की राजनीति में यह साफ है कि नीतीश कुमार जिस ओर जाएंगे सरकार उसी की बनेगी। तो क्या नीतीश कुमार महागठबंधन की ओर जा रहे हैं और अब जेडीयू के एनडीए छोड़ने का औपचारिक एलान होना बाकी है।
खेती और किसानी पर नीति आयोग की बैठक में खूब बातें हुईं। उनकी आमदनी बढ़ने तक की बातें हुईं। बीजेपी शासित राज्यों ने किसानों की जिन्दगी बदलने के लिए सरकार की पीठ ठोंकी, पीएम मोदी को बधाई दी। लेकिन खेती और किसानी की हकीकत क्या है, क्या सचमुच आमदनी बढ़ी है, पढ़िए यह रिपोर्ट।