नीतिश जब भाजपा के साथ होकर विपक्ष की राजनीति कर रहे थे। भाजपा ने उनकी इस मांग को सरकार बनने पर पूरा करने का वादा किया था। लेकिन नौ साल बीत जाने के बाद भी उसने नीतिश को मांग को पूरा नहीं किया है।
बिहार में बीजेपी और नीतीश कुमार के जेडीयू के बीच आख़िर इतनी तल्खी क्यों बढ़ गई है कि मरते दम तक गठबंधन नहीं करने की बात कही जा रही है? जानिए इसके मायने क्या हैं।
बिहार में क्या कुछ बड़ा राजनीतिक उथल-पुथल होने वाला है? उपेंद्र कुशवाहा ने क्यों कहा कि जेडीयू में उनका भी हिस्सा है? जानिए उन्होंने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में क्या कहा।
उपेंद्र कुशवाहा की राजनीतिक गतिविधियां बता रही हैं कि वो बीजेपी के पाले में फिर से जाने को तैयार बैठे हैं। जेडीयू और नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि कुशवाहा ऐसा करने को आजाद हैं। आखिर क्यों कुशवाहा और जेडीयू नजदीक आते-आते दूर होते जा रहे हैं।
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के 'नफरत फैलाने वाले ग्रंथ' के बयान पर पहली बार उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बयान दिया है। जानिए उन्होंने सफ़ाई में क्या कहा और बीजेपी पर क्या आरोप लगाया।
बिहार में आरजेडी नेता और मंत्री चंद्रशेखर ने हाल ही में तुलसीदास रचित रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया। आरजेडी नेता के इस बयान पर दक्षिणपंथी पार्टी बीजेपी बहुत भड़की हुई है। लेकिन आरजेडी नेता ने क्या यह बयान जानबूझकर दियाः
बिहार आरजेड़ी प्रमुख जगदानंद सिंह के बाद आऱजेडी नेता और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का विवादित बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने राम चरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया। यह बयान अचानक ही नहीं आ रहे हैं। इसके पीछे आरजेडी की पूरी रणनीति है। वो रणनीति क्या है, पढ़िए यह रिपोर्टः
अब जब नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया है कि बिहार सरकार में दो उप मुख्यमंत्री नहीं होंगे तो सवाल सबसे बड़ा यही है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा क्या करेंगे। क्या वह जेडीयू में बने रहेंगे?
क्या नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा को अपनी कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री बनाएंगे। अगर ऐसा होता है तो आरजेडी इस पर कैसी प्रतिक्रिया देगी और अगर उपेंद्र कुशवाहा को उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है तो वह कितने दिन जेडीयू में रहेंगे।
क्या बिहार में जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी असमंजस में है। बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी चाहते हैं कि जातीय जनगणना का श्रेय आरजेडी को नहीं उनकी पार्टी को इसका श्रेय मिले। लेकिन क्यों?