उपेंद्र कुशवाहा की राजनीतिक गतिविधियां बता रही हैं कि वो बीजेपी के पाले में फिर से जाने को तैयार बैठे हैं। जेडीयू और नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि कुशवाहा ऐसा करने को आजाद हैं। आखिर क्यों कुशवाहा और जेडीयू नजदीक आते-आते दूर होते जा रहे हैं।
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के 'नफरत फैलाने वाले ग्रंथ' के बयान पर पहली बार उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बयान दिया है। जानिए उन्होंने सफ़ाई में क्या कहा और बीजेपी पर क्या आरोप लगाया।
बिहार में आरजेडी नेता और मंत्री चंद्रशेखर ने हाल ही में तुलसीदास रचित रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया। आरजेडी नेता के इस बयान पर दक्षिणपंथी पार्टी बीजेपी बहुत भड़की हुई है। लेकिन आरजेडी नेता ने क्या यह बयान जानबूझकर दियाः
बिहार आरजेड़ी प्रमुख जगदानंद सिंह के बाद आऱजेडी नेता और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का विवादित बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने राम चरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया। यह बयान अचानक ही नहीं आ रहे हैं। इसके पीछे आरजेडी की पूरी रणनीति है। वो रणनीति क्या है, पढ़िए यह रिपोर्टः
अब जब नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया है कि बिहार सरकार में दो उप मुख्यमंत्री नहीं होंगे तो सवाल सबसे बड़ा यही है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा क्या करेंगे। क्या वह जेडीयू में बने रहेंगे?
क्या नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा को अपनी कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री बनाएंगे। अगर ऐसा होता है तो आरजेडी इस पर कैसी प्रतिक्रिया देगी और अगर उपेंद्र कुशवाहा को उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है तो वह कितने दिन जेडीयू में रहेंगे।
क्या बिहार में जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी असमंजस में है। बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी चाहते हैं कि जातीय जनगणना का श्रेय आरजेडी को नहीं उनकी पार्टी को इसका श्रेय मिले। लेकिन क्यों?
बिहार में 7 जनवरी से जाति जनगणना का पहला चरण शुरू हो गया है। लेकिन यह जनगणना कितना जरूरी है, क्या बिहार के लोगों को फायदा होगा। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस पर क्या कहा है, जानिएः
सुधाकर सिंह का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद के लिए तेजस्वी यादव के नाम को आगे बढ़ाते हुए दिख रहे हैं। साथ ही वह 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकता की भी जोरदार पैरवी कर रहे हैं। सुधाकर सिंह ने क्या कहा है और उस पर जेडीयू के नेताओं ने क्या प्रतिक्रिया दी है।
एक बार फिर बीजेपी का साथ छोड़कर महागठबंधन के साथ आने वाले नीतीश कुमार आजादी की लड़ाई में संघ की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। क्या वह इस सवाल को घरों और गांवों तक ले जा पाएंगे?
यह मामला तब का है जब लालू यादव यूपीए- वन की सरकार में रेल मंत्री थे। इस मामले में आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे परियोजनाओं के आवंटन में भ्रष्टाचार हुआ था।
आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का एक बयान सोशल मीडिया पर क्यों वायरल हुआ है? आख़िर उन्होंने किस वजह से कहा कि उनके बच्चे देश से बाहर ही बस जाएँ?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आज 21 दिसंबर को भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। नीतीश कुमार ने कहा कि जब यात्रा लोकप्रिय हो रही है और दिल्ली के नजदीक है तो कोविड का शोर मचाया जा रहा है। जो लोग खुद जुलूस निकालते हैं वे यात्रा का विरोध कर रहे हैं।