जाति जनगणना ने नीतीश को राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में ला दिया है और उनका कद भी बढ़ा है। राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि अब देश भर की विपक्षी नेताओं के बीच नीतीश कुमार एक बड़े चेहरे के तौर पर उभरेंगे।
बिहार सरकार की ओर से कराए गए जाति सर्वेक्षण के आंकड़े 2 अक्टूबर को जारी कर दिए गए हैं। जातियों की गणना और उसके आंकड़े जारी करने वाला बिहार देश का पहला राज्य बन गया है।
बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ अनुमंडल में एक धार्मिक जुलूस निकाले जाने के दौरान दो गुटों के बीच रविवार एक अक्टूबर को झड़प हो गई है। इस दौरान दोनों गुटों के बीच जमकर पत्थरबाजी भी हुई है। इसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं।
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने महिला आरक्षण विधेयक पर बहस के दौरान संसद में ओमप्रकाश वाल्मिकी की लिखी कविता “ठाकुर का कुआं” पढ़ी थी। इससे बिहार के कई राजूपत नेता नाराज हो गए हैं।
मीडिया से बात करते हुए गुरुवार को तेजप्रताप यादव ने कहा कि भाजपा आरएसएस की उपज है। तेजप्रताप ने आरएसएस को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे से भी जोड़ा है। उन्होंने भाजपा को हत्यारों की पार्टी बताया है।
नीतीश कुमार ने कहा कि इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। कोई भी जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकता है। कार्यक्रम में जब तक नीतीश रहे तब तक कोई भाजपा नेता नहीं पहुंचे थे।
नीतीश कुमार ने भाजपा के शीर्ष नेताओं पर इशारा करते हुए कहा कि वे लोग तो पूरे देश में जल्द से जल्द चुनाव कराना चाहते हैं, तो जल्दी करा लें चुनाव। हम लोग तो चुनाव का इंतजार कर रहे हैं।
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित बयान देते हुए कहा है कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है। जब तक यह पोटेशियम साइनाइड रहेगा, तब तक मैं इसका विरोध जारी रखूंगा।
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गुरुवार को बागमती नदी में बड़ी नाव दुर्घटना हुई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक करीब 30 बच्चों से भरी नाव बागमती नदी में दुर्घटनाग्रस्त होकर डूब गई।
बिहार के अररिया में जिस पत्रकार की हत्या हुई थी, पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर पुलिस ने इस मामले में फौरी कार्रवाई की है। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने पत्रकार की हत्या की निन्दा की है। क्लब ने बिहार सरकार से परिवार की मदद का भी अनुरोध किया है।
बिहार में एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में विपक्ष ने नीतीश सरकार पर हमला किया है। जानिए, क्या है घटनाक्रम और नीतीश कुमार ने क्या कहा।
विपक्षी एकता के सूत्रधार नीतीश कुमार के यूपी से चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है। कहा जा रहा है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ के प्रभाव को घटाने के लिए यह प्रयोग किया जा सकता है। इस खबर में कितनी सच्चाई है, पत्रकार समी अहमद का विश्लेषणः