loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

गीता कोड़ा
बीजेपी - जगन्नाथपुर

हार

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

जीत

फाइल फोटो

बिहार: बीफ ले जाने के संदेह में एक मुसलिम की लिंचिंग, 3 गिरफ्तार

बिहार के सीवान जिले में बीफ ले जाने के शक में एक भीड़ ने एक मुसलिम शख्स को पीट-पीट कर मार डाला। भीड़ द्वारा बेरहमी से पीटे जाने के बाद वह शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया था और इलाज के दौरान मंगलवार की रात अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद बड़ी तादाद में सुरक्षा बल को क्षेत्र में तैनात किया गया है।

एक रिपोर्ट के अनुसार हसनपुर गाँव के रहने वाले 56 वर्षीय नसीम कुरैशी और उनका भतीजा फिरोज अहमद कुरैशी कुछ परिचितों से मिलने जा रहे थे। जोगिया गांव में भीड़ ने कथित तौर पर उन्हें रोक लिया।

ताज़ा ख़बरें

पुलिस ने कहा कि दोनों को ग्रामीणों ने एक मस्जिद के पास पकड़ा था। फिरोज कुरैशी भागने में सफल रहा, लेकिन भीड़ ने नसीम कुरैशी को लकड़ी के डंडों से पीटा। पुलिस का कहना है कि भीड़ ने खुद कुरैशी को रसूलपुर गांव में पुलिस को सौंप दिया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार सारण के पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने कहा है कि गिरफ्तार आरोपियों में सुशील सिंह, रवि साह और उज्ज्वल शर्मा हैं। उन्होंने बताया कि इस कांड में कुछ अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए हैं, जो फिलहाल फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

पुलिस अभी भी जाँच कर रही है कि क्या वे गोमांस ले जा रहे थे। दैनिक जागरण ने ग्रामीणों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि नसीम कुरैशी कथित तौर पर बीफ पहुँचाने गया था और इसी शक में लोगों ने उसे पीट दिया। हालाँकि हिंदुस्तान ने ख़बर दी है कि नसीम कुरैशी कुछ काम से रसूलपुर गया था जहाँ कुछ लोगों से उसका विवाद हो गया था। 
बिहार की इस लिंचिंग की वजह कुछ भी हो, लेकिन देश भर में ऐसे मामले आते रहे हैं जिसमें बीफ के शक में भी लिंचिंग की घटनाएँ होने की रिपोर्टें आती रही हैं।

ऐसा मामला पिछले साल अगस्त में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आया था। कथित गोकशी और दो गायों के मृत मिलने पर महाराष्ट्र के तीन युवकों को बेदम होने तक पीटा गया था। भीड़ द्वारा पिटाई में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हुए थे। मध्य प्रदेश के सिवनी ज़िले में पिछले साल मई में ही गोहत्या के संदेह में दो आदिवासी पुरुषों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था। 

बिहार से और ख़बरें

ऐसे लिंचिंग के मामले लगातार आते रहे हैं। लेकिन ऐसा सबसे चर्चित मामला अखलाक की लिंचिंग का है। गौतमबुद्ध नगर के दादरी क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव के रहने वाले 52 वर्षीय अखलाक की 28 सितंबर, 2015 को भीड़ ने कथित तौर पर इस संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी कि उसने अपने घर में गोमांस रखा है। 

तब अफवाह फैली थी कि अखलाक के घर में बीफ रखा है। इसके बाद हिंसक भीड़ अखलाक के घर में घुसी और उन्‍हें घर से बाहर घसीटकर ले आई। उसके बाद उनकी पीट-पीटकर हत्‍या कर दी गई। इस दौरान उनके परिवार के सदस्‍य चिल्‍लाते रहे कि घर में बीफ नहीं है। लेकिन भीड़ ने किसी की नहीं सुनी। अखलाक को बचाने आए उनके बेटे दानिश को भी भीड़ ने पीटा। वह अधमरे हो गए। हालाँकि आज तक वह बात साबित नहीं हो पाई है। और लिंचिंग के मामले भी लगातार आते रहे हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

बिहार से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें