बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पटना में मंगलवार को ईडी पूछताछ कर रही है। उनसे कथित लैंड फॉर जॉब्स या जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में यह पूछताछ हो रही। तेजस्वी यादव इसके लिए 11.30 बजे पटना के बैंक रोड स्थित ईडी दफ्तर पहुंचे थे।
तेजस्वी के ईडी दफ्तर पहुंचने से पहले ही उनके समर्थकों का जमावड़ा हो चुका था। तेजस्वी के पहुंचते ही उनके समर्थकों की भीड़ ने कार को घेर लिया। इस दौरान तेजस्वी यादव और लालू यादव के समर्थन में जमकर नारेबाजी हुई। काफी मशक्कत के बाद उनकी गाड़ी ईडी दफ्तर के अंदर पहुंची।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उनसे पूछताछ के लिए ईडी के अधिकारी दिल्ली से भी आए हैं। ईडी ने तेजस्वी यादव से पूछताछ के लिए करीब 50 सवालों की सूची तैयार की है।
उनसे जहां खबर लिखे जाने तक पूछताछ जारी रही है वहीं इस दौरान उनके सैकड़ों समर्थक ईडी दफ्तर के बाहर और आसपास के इलाकों में मौजूद हैं। मिली जानकारी के मुताबिक ईडी दफ्तर के करीब ही राजद सांसद मनोज झा, लालू यादव के बड़े पुत्र और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव समेत कई प्रमुख राजद नेता मौजूद हैं।
उनसे हो रही इस पूछताछ को जहां उनके समर्थक लालू परिवार को परेशान करने के तौर पर देख रहे हैं वहीं भाजपा और एनडीए के नेता कह रहे हैं कि जैसी करनी वैसी भरनी।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और नए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने इस पूछताछ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जैसी करनी, वैसी भरनी।
राजद और उसके समर्थक केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि उसके द्वारा चुनाव करीब देख विपक्षी नेताओं को परेशान किया जा रहा है। राजद कह चुका है कि चाहे कितना भी जांच एजेंसियों का केंद्र दुरपयोग कर लें लेकिन उसके नेता लालू यादव और तेजस्वी यादव डरने वाले नहीं हैं।
उनसे यह पूछताछ ऐसे समय में हो रही है जब पिछले दिनों ही बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ है। नीतीश कुमार पाला बदल कर भाजपा के साथ हो गए और राजद सत्ता से बाहर हो गया है। ऐसे में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बाद तेजस्वी यादव से पटना में हुई यह पूछताछ एक के बाद दूसरा झटका है।
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