बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में शामिल होने की अटकलों के बीच राज्य में एक और राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई है। यदि वह पाला बदलते हैं, तो यह पिछले एक दशक में उनका चौथा और इस कार्यकाल में दूसरा कदम होगा। कुमार 18 महीने से भी कम समय पहले जिस महागठबंधन में शामिल हुए थे, उसे करारा झटका देने की तैयारी में हैं। उनके एक करीबी सूत्र ने कहा कि जेडीयू अध्यक्ष के रविवार को इस्तीफा देने और राज्य में नई सरकार बनने की संभावना है। जिसे भाजपा समर्थन देगी।
- भाजपा विधायक दल की बैठक में सम्राट चौधरी चुने गए। उप नेता विजय सिन्हा चुने गए। भाजपा के विधायक सम्राट की अगुआई में नीतीश कुमार के आवास पर जा रहे हैं। उनके साथ शाहनवाज हुसैन भी हैं। वहां भाजपा विधायकों की ओर से नीतीश कुमार को समर्थन पत्र दिया जाएगा। इसके बाद नीतीश राज्यपाल के पास जाकर फिर से सरकार का दावा पेश करेंगे। यह शाम तक साफ हो जाएगा कि नीतीश की सरकार में भाजपा की ओर से कौन डिप्टी सीएम बनेगा।
- भाजपा विधायक दल के नेता सम्राट चौधरी ने जेडीयू और नीतीश के समर्थन का ऐलान भाजपा की ओर से दिया।
- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने इस्तीफे का औपचारिक ऐलान मीडिया के सामने कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा था। मैंने दूसरा गठबंधन बनाने की कोशिश की। लेकिन अनावश्यक दबाव और बयानबाजी की जा रही थी। अब मैंने इस सरकार को खत्म कर दिया है। हमारी पार्टी की भी यही राय थी कि इस महागठबंधन से निकला जाए।
- राज्यपाल को इस्तीफा सौंपते हुए मुख्यमंत्री नीतीश की तस्वीर सरकारी तौर पर जारी हुई।
- पटना की सड़कों पर नीतीश और पीएम मोदी के पोस्टर दिखने लगे। पीएम मोदी 4 फरवरी को बिहार आ रहे हैं। नीतीश अब उनके सभी कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
- आरजेडी अब सत्ता में नहीं हैं। तेजस्वी यादव अब डिप्टी सीएम नहीं।
- आरजेडी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा है कि नीतीश जिन स्वार्थों के कारण एनडीए में जा रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए। नीतीश ने बार-बार धोखा दिया लेकिन हम लोग उन पर विश्वास करते रहे। आरजेडी ने कहा कि नीतीश ने पूरी समाजवादी सोच को भाजपा के पास गिरवी रख दिया है। बिहार के युवाओं को नीतीश ने धक्का दिया है।
- नीतीश ने इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा।
- प्रधानमंत्री मोदी ने नीतीश कुमार को फोन कर बधाई दी। उनका एनडीए में स्वागत किया।
- इसी के साथ बिहार में अप्रैल 2022 में बनी महागठबंधन सरकार का अंत हो गया। इस महागठबंधन में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस और अन्य छोटे दल थे।
- भाजपा पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम सुनने के बाद समर्थन पत्र नीतीश को देगी। उस आधार पर नीतीश फिर से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। वो दोबारा राजभवन जाएंगे, जहां उनको रविवार शाम तक शपथ दिलाई जा सकती है।
- नीतीश कुमार अपने काफिले के साथ राजभवन रवाना। वहां वो अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपेंगे।
- हालांकि भाजपा ने उन्हें अपना समर्थन पत्र नहीं दिया है। लेकिन भाजपा की शर्त है कि इस्तीफा देने के बाद समर्थन पत्र दिया जाएगा।
- नीतीश कुमार के घर बैठक खत्म। मुख्यमंत्री किसी भी समय राजभवन के लिए निकल सकते हैं।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर जेडीयू विधायक पहुंचना शुरू हो गए हैं। नीतीश इन्हें संबोधित करने के बाद इस्तीफा देंगे। बैठक के बाद उनके राजभवन जाने और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना त्यागपत्र सौंपने की संभावना है। इसके बाद वह भाजपा के समर्थन से नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
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