सबसे दिलचस्प मामला तो यह है कि 20 सीटों पर वोटों का अंतर 500 से भी कम है। इससे भी मजेदार बात यह है कि 7 सीटें ऐसी हैं जहां वोटों का अंतर 200 से भी कम है।
99 सीटों पर काँटे की टक्कर
- 7 सीटों पर वोटों का अंतर 200 से कम।
- 23 सीटों पर वोटों का अंतर 500 से कम।
- 49 सीटों पर वोटों का अंतर 1,000 से कम।
- 80 सीटों पर वोटों का अंतर 2,000 से कम।
- 123 सीटों पर वोटों का अंतर 3,000 से कम।
- 166 सीटों पर वोटों का अंतर 5,000 से कम।
जिन सीटों पर 1,000 वोटों से भी कम का अंतर है, उनमें एनडीए 36 सीटों पर आगे चल रहा है। इसके अलावा महागठबंधन 27 और लोक जनशक्ति पार्टी 1 सीट पर आगे है। इसके साथ ही अन्य उम्मीदवार 6 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
कसबा सीट पर लोजपा के उम्मीदवार कांग्रेस के उम्मीदवार से 5 वोटों से आगे चल रहे थे, छपरा सीट पर राजद के उम्मीदवार बीजेपी के उम्मीदवार से 6 वोटों से आगे थे। मढौरा में जेडीयू उम्मीदवार राजद से 10 वोट आगे, सरायरंजन में जेडीयू उम्मीदवार राजद से 22 वोट आगे चल रहे थे।
एनडीए को बढ़त
ताजा जानकारी के मुताबिक एनडीए 127 सीटों पर आगे चल रही है। महागठबंधन ने 103 सीटों पर बढ़त बना रखी है। बीजेपी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर है। बीजेपी फिलहाल 73 सीटों पर आगे चल रही है। दूसरी ओर, आरजेडी दूसरी बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। आरजेडी फिलहाल 64 सीटों पर आगे चल रही है।मनोज झा : गिनती धीमी जानबूझ कर
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद व प्रवक्ता मनोज झा ने उम्मीद जताई है कि महागठबंधन निश्चित तौर पर चुनाव जीतेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी है कि इस समय ही महागठबंधन को 124 सीटों पर बढ़त हासिल है, जो दिख नहीं रहा है।' इसके साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया है कि 'वोटों की गिनती जानबूझ कर धीमी रखी गई है।' झा ने महागठबंधन के उम्मीदवारों से कहा है वे मतगणना केंद्र से जीत का सर्टिफिकेट लेकर ही बाहर निकलें।
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