अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच बीजेपी के नेताओं और दफ्तरों पर हमले हो रहे हैं। बिहार में अब तक बीजेपी के दो दफ्तरों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई है। शुक्रवार को मधेपुरा में स्थित बीजेपी के दफ्तर में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी जबकि गुरुवार को नवादा में बीजेपी के दफ्तर में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना हुई थी।
बिहार में अग्निपथ योजना का विरोध बहुत ज्यादा है और कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगाने के साथ ही जबरदस्त तोड़-फोड़ की है। बिहार के मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल ने अग्निपथ योजना के विरोध में 18 जून को बिहार बंद का आह्वान किया है।
बिहार के बेतिया में अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे नौजवानों ने प्रदर्शन के दौरान उप उप मुख्यमंत्री रेणु देवी के घर पर हमला कर दिया। इससे पहले गुरुवार को नवादा में बीजेपी की विधायक अरुणा देवी के वाहन पर हमला हुआ था। इस हमले में विधायक सहित पांच लोग घायल हो गए थे।
बिहार से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और दिल्ली सहित 10 राज्यों में फैल गया है।
इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपील की है कि सभी लोग शांति बनाए रखें और सरकारी संपत्ति को नुकसान ना पहुंचाएं।
यूपी में हालात खराब
उधर, उत्तर प्रदेश के कई शहरों और कस्बों में अग्निपथ योजना का भारी विरोध हो रहा है। तमाम जगहों पर युवक चौराहों पर जमा हैं और इस योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। बलिया में अभी तक सबसे ज्यादा हिंसा हुई है, जहां एक पूरी ट्रेन को युवकों ने फूंक दिया है। मथुरा में फायरिंग हुई है।
अलीगढ़ के जट्टारी में पुलिस चौकी फूंक दी गई और पलवल मार्ग पर यूपी रोडवेज की बस जला दी गई।
सिकंदराबाद में एक की मौत
उधर, अग्निपथ योजना को लेकर तेलंगाना के सिकंदराबाद में हुए प्रदर्शन में एक शख्स की मौत हो गई है। शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर जुटे और अग्निपथ योजना का विरोध किया। पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए गोलियां चलानी पड़ी जिसमें एक शख्स की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।उम्र सीमा बढ़ाई
अग्निपथ योजना के जबरदस्त विरोध के बीच केंद्र सरकार ने इसमें संशोधन किया है। अब इस योजना के तहत 23 साल तक की उम्र के युवा सेना में भर्ती हो सकेंगे जबकि उम्र सीमा 17.5 से 21 साल रखी गई है। लेकिन ऐसा सिर्फ साल 2022 के लिए ही होगा।
केंद्र सरकार ने बयान जारी कर कहा है कि पिछले 2 साल से सेना की भर्ती नहीं हो सकी है इसलिए 2022 में होने वाली सेना भर्ती में सरकार 2 साल की छूट देगी।
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