तेलंगाना में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चर्च और मसिजिदों को मुफ़्त बिजली देने का वादा किया और मंदिरों को उससे अलग रखा। क्या सच में ऐसा है?
किसी दल को 90 फ़ीसदी ही वोट क्यों चाहिए? ज़्यादा से ज़्यादा या 100 फ़ीसदी तक क्यों नहीं? यदि यह सवाल आपको भी बेचैन करता है तो कोई बात नहीं, यह सवाल ही कुछ ऐसा है।
पीएम मोदी के इस बार सिर्फ़ चार सभाओं को संबोधित करने से राज्य की राजनीति में कई तरह की चर्चाएं हैं। विपक्षी नेताओं के अनुसार पीएम मोदी का जादू अब ख़त्म हो चुका है।
किसानों की कर्ज़ माफ़ी को कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बनाया है। कांग्रेस ने लड़कियों को मुफ़्त शिक्षा देने और बेरोजगारों को साढ़े तीन हजार रुपए मासिक भत्ता देने का वादा किया है।
मध्य प्रदेश में प्रचार ‘विकास बनाम विनाश’ से शुरू हुआ था। बाद में यह बदल गया। भाजपा ने 'महाराज’ से हमला किया तो कांग्रेस ने भी ‘घोषणावीर’ से जवाब दिया।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार में राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आगे रहे। मोदी ने जहां महज दस सभाएं कीं वहीं राहुल ने 21 सभाएँ और दो रोड शो किए।
मध्य प्रदेश और मिज़ोरम में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। मध्य प्रदेश में विधानसभा की सभी 230 सीटों और मिजोरम की सभी 40 सीटों के लिए मतदान जारी है।
अकुला तेलंगाना में कोरुतला सीट से प्रत्याशी हैं। चप्पल के साथ वह इस्तीफ़े का पत्र भी दे रहे हैं, जिसमें लिखा है कि काम नहीं कर पाए तो जनता उन्हें हटा सकती है।
टीवी पर विज्ञापन देने से बीजेपी के दो हित सधते हैं। एक तो मीडिया में उसका धुआँधार प्रचार होता है। दूसरे मीडिया भी विज्ञापन के चक्कर में अपना मुँह बंद रखता है।
बीजेपी ने राजस्थान में बाग़ी चार मंत्रियों और सात अन्य वरिष्ठ नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर ये नेता बाग़ी हो गए थे।
पाँच राज्यों में चल रहे चुनाव के कारण बीजेपी टीवी पर सबसे ज़्यादा विज्ञापन दे रही है। बीजेपी ने विज्ञापन देने के मामले में कई बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है।
कांग्रेस ने भंवरी देवी हत्याकांड के दो अभियुक्तों के परिजनों को चुनाव का टिकट देकर मुसीबत खड़ी कर ली है। क्या राहुल इन उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे?
लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर बनाने पर बहस चल रही है। मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में है लेकिन कांग्रेस और बीजेपी इस मुद्दे को हाथ से नहीं जाने देना चाहतीं।
मोदी ने बीफ़ पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस से सवाल कर उसे कटघरे में खड़ा करने की कोेशिश की, पर इस पर ख़ुद उनकी पार्टी का गोवा और पूर्वोत्तर में क्या स्टैंड है?