असम में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने एक बार फिर हाहाकार मचाया है। राज्य के 33 में से 27 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और 6.5 लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं। 9 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग लापता हैं। लगभग 50,000 लोगों को शरणार्थी कैंपों में शिफ्ट किया गया है। असम इससे पहले भी बाढ़ के कारण मुश्किलें झेलता रहा है।
लेकिन दूसरी ओर उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी पड़ रही है।
होजाई और कछार सबसे ज्यादा प्रभावित
होजाई और कछार जिले बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और इन दोनों ही जिलों में एक-एक लाख लोगों पर इसका असर पड़ा है। सेना ने अब तक बाढ़ में फंसे हजारों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
दक्षिण असम स्थित दीमा हसाओ जिला पिछले 5 दिनों से राज्य के दूसरे हिस्सों से कटा हुआ है। भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर जमीन धंस गई है और इस वजह से इस जिले का सड़क व रेल मार्ग से संपर्क टूट गया है। बाढ़ की वजह से बराक वैली का भी सड़क और रेल से संपर्क टूट गया है।
असम सरकार ने कहा है कि वह बाढ़ से प्रभावित ऐसे परिवार जिनके वहां किसी शख्स की मौत हुई है उसे 4 लाख रुपये की सहायता देंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने असम को केंद्र सरकार की ओर से सभी जरूरी सहायता देने का भरोसा दिलाया है और उन्होंने इस बारे में राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा से बात की है।
बाढ़ की वजह से प्रभावित लोगों तक खाने-पीने की और जरूरी चीजों को पहुंचाना बहुत मुश्किल हो रहा है।
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