आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की माँग को लेकर चंद्र बाबू नायडू दिल्ली स्थित आंध्र भवन में एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठे। इस दौरान नायडू को कई विपक्षी दलों का साथ मिला। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और नेशनल कॉन्फ़्रेंस के नेता फ़ारूक अब्दुल्ला सहित कई नेता धरना स्थल पर पहुँचे। इससे पहले ममता बनर्जी की कोलकाता में हुई रैली में भी सभी विपक्षी नेता पहुँचे थे।
- धरने में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी देश पर शासन करने के लायक नहीं हैं। नायडू ने कहा कि वह आंध्र प्रदेश के 5 करोड़ लोगों के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशेष राज्य के दर्जे पर उनके साथ धोखा किया गया।
धरने पर पहुँचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर बरसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जिस तरह विपक्षी दलों की सरकारों वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से व्यवहार करते हैं, उससे लगता है कि वह हिंदुस्तान के नहीं बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं। केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी को यह समझना चाहिए कि वह किसी एक पार्टी के प्रधानमंत्री नहीं हैं, पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता मजीद मेमन भी धरना स्थल पर मौजूद रहे। बता दें कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश के गूंटुर में रैली करने के लिए पहुँचे थे। तब मोदी और सीएम नायडू के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप हुए थे। इस दौरान ट्विटर पर दोनों दलों के समर्थकों में भी ख़ासी भिड़ंत देखने को मिली थी। भूख हड़ताल से पहले नायडू ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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