जगन की पार्टी के दफ्तर को गिराए जाने का औचित्य बताते हुए सरकार और उस इलाके के नगर निगम अधिकारियों ने कहा- वाईएसआरसीपी पार्टी का दफ्तर सिंचाई विभाग की जमीन पर बनाया जा रहा था। वाईएसआरसीपी की पिछली सरकार के तहत, यह भूमि, जिसका इस्तेमाल कृषि कार्य के लिए किया जा रहा था, को पट्टे पर लिया गया था। जिसके बदले मामूली रकम चुकाई गई थी।
यह भी आरोप है कि इसका निर्माण सीआरडीए और एमटीएमसी से मंजूरी लिए बिना किया गया जा रहा था।
पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी अध्यक्ष वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने टीडीपी के नेतृत्व वाली सरकार की कार्रवाई की निंदा की है। 'एक्स' पर अपने पोस्ट में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राजनीतिक प्रतिशोध का सहारा लिया है। उन्होंने कहा कि एक तानाशाह ने हाईकोर्ट के आदेशों की अनदेखी करते हुए वाईएसआरसीपी के केंद्रीय कार्यालय को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि इन कृत्यों के माध्यम से, नायडू यह संदेश दे रहे हैं कि उनका शासन अगले पांच वर्षों के लिए कैसा रहने वाला है। हालांकि, वाईएसआरसीपी प्रमुख ने कहा कि पार्टी अब इन धमकियों और राजनीतिक प्रतिशोध के सामने नहीं झुकेगी। उन्होंने लोगों की ओर से लड़ने की कसम खाई और देश की सभी लोकतांत्रिक ताकतों से चंद्रबाबू नायडू के इन कृत्यों की निंदा करने की अपील की।
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