प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़ास अफ़सर रहे अरविंद कुमार शर्मा को अंततः राजनीतिक ज़िम्मेदारी दे ही दी गई। वे उत्तर प्रदेश बीजेपी के सत्रहवें उपाध्यक्ष बना दिए गए हैं।
कोरोना और इस महामारी से बचने के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने क्या मानव स्वभाव को भी प्रभावित किया है? क्या कोरोना की वजह से हमारे मनोविज्ञान, स्वभाव, व्यवहार व कामकाज के तौर तरीकों में कोई फ़र्क आया है?
इज़राइल-फ़लस्तीन के बीच जारी ख़ून-ख़राबे को रोक पाने में नाकामी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना शुरू हो गई है। यह आलोचना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो हो ही रही है, उनकी अपनी पार्टी के सांसद तक कर रहे हैं।
इज़राइल-फ़लस्तीन के लिए जितना ख़ून बहा है, जितना संघर्ष हुआ है, उतना दुनिया में किसी जगह के लिए नहीं हुआ है। जानिए, आख़िर कैसे अस्तित्व में आया इज़राइल।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में तृणमूल कांग्रेस की भारी जीत के लिए सभी लोग ममता बनर्जी के नाम और काम को श्रेय देंगे, लेकिन इस जीत में प्रशांत किशोर की भूमिका बहुत बड़ी है।
ऑक्सीजन की कमी कितनी ख़तरनाक है, इसका अंदाज़ा उत्तर प्रदेश के कुछ आँकड़ों से लगा सकते हैं। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक़, लखनऊ में रोज़ 65 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की जरुरत है जबकि शुक्रवार को 56 मैट्रिक टन ही उपलब्ध था। यानी 9 मैट्रिक टन की कमी।
तृणमूल कांग्रेस की चुनावी रणनीति तय करने वाले प्रशांत किशोर का एक ऑडियो क्लिप सामने आया है जिसके बारे में बीजेपी द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि इस क्लिप में उन्होंने मान लिया है कि बीजेपी बंगाल में सत्तारूढ़ होने जा रही है। क्या यह बात सही है?
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण का मतदान शुरू होने के ठीक आधे घंटे बाद यह ‘पीके बम’ फोड़ दिया गया। ट्विटर पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने यह बम फोड़ा।
तेज़ गेंदबाज़ों की यह तिकड़ी इत्तेफाक़ से भारत के तीन अलग-अलग राज्यों से आती है, लेकिन इनके संघर्ष और अब तक की कामयाबी की कहानी क़रीब क़रीब एक जैसी ही है। इन तीनों तेज़ गेंदबाज़ों की निजी कहानी किसी भी फ़िल्मी या नाटकीय पटकथा से कम नहीं है।
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021, अभी तक अपने मुख्यमंत्री के रूप में किसी को पेश नहीं किया है, जिसकी वजह यह है कि पार्टी के पास ममता बनर्जी की क़द का कोई नेता नहीं है।
जो दो घटनाएं पश्चिम बंगाल चुनाव की दशा-दिशा तय करेंगी, वे हैं- राजनीतिक मंच से ममता बनर्जी का चंडी पाठ करना और पैर पर प्लास्टिक चढाए हुए व्हील चेयर पर चुनाव प्रचार करना।
पश्चिम बंगाल बीजेपी ने ममता बनर्जी की 10 साल पुरानी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ है, हिन्दुत्व का इस्तेमाल कर रही है, बनर्जी भी इसके मुकाबले सॉफ्ट हिन्दुत्व का कार्ड निकाला है।