प्रधानमंत्री का 15 अगस्त का भाषण बताता है कि भाजपा 2024 का लोकसभा चुनाव अमेरिकी स्टाइल में शख्सियत केंद्रित बनाना चाहती है। इसीलिए मोदी अब खुद को केंद्र में रखकर हर बात कह रहे हैं। पत्रकार सुदीप ठाकुर ने पीएम के भाषण का विश्लेषण अलग तरह से किया है।
चुनाव आयोग ने अभी तक विधानसभा चुनाव के लिए तारीख़ों का ऐलान भी नहीं किया है और बीजेपी ने दो राज्यों में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी कर दी है। जानिए, बीजेपी ने ऐसा क्यों किया।
लोकसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी इतने आश्वास्त क्यों नज़र आ रहे हैं? और चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के हौसले इतने बुलंद क्यों है? जानिए, किसका पलड़ा भारी है।
कांग्रेस का इतिहास है कि वो जन आंदोलनों के जरिए सत्ता के शिखर पर पहुंची है। लेकिन कांग्रेस के कुछ नेता बाबाओं की शरण में जाकर कांग्रेस के विचार को खंडित कर देते हैं। मध्य प्रदेश में सत्ता के नजदीक विवादास्पद धीरेंद्र शास्त्री की शरण में आखिर कांग्रेस नेता कमलनाथ को जाने की क्या जरूरत थी।
गोरखपुर में हाल ही में कुछ ऐसी घटनाएं हुईं हैं, जिससे पत्रकार स्वदेश कुमार सिन्हा को लग रहा है कि भाजपा योगी आदित्यनाथ का विकल्प तलाश रही है। बेशक उनके तर्कों से कोई सहमत न हो, लेकिन यह तो तय है कि योगी आदित्यनाथ का बढ़ता कद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में कुछ लोगों को जरूर खटक रहा है।
पाकिस्तान में आख़िर क्या चल रहा है? नेशनल एसेंबली के भंग करने की घोषणा और फिर इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी। जानिए, इन घटनाओं का भारत पर कैसा असर हो सकता है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुद्दा क्या होगा? क्या यह लाल डायरी बनाम लाल सिलेंडर होने वाला है? जानिए, चुनाव कैसे रोचक हो गया है।
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले क्या बीजेपी अब पसमांदा मुस्लिमों को लुभाना शुरू कर दिया है? आख़िर एएमयू के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर को बीजेपी का उपाध्यक्ष नियुक्त करने के मायने क्या हैं?
विपक्ष के इंडिया नाम को भाजपा ने इतना मशहूर कर दिया है, इसकी कल्पना इंडिया नाम देने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी नहीं की होगी। लेकिन पत्रकार राकेश अचल लिख रहे हैं - बिखरे विपक्ष की एकजुटता सत्तारूढ़ दल के लिए अचानक चुनौती में कैसे बदल गयी, ये समझ से बाहर है। पढ़िए उनके विचारः
क्या आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा इतना आसान काम होगा? जानिए, इसके लिए कांग्रेस के सामने कितनी बड़ी मुसीबत आ सकती है।
'ओपनहाइमर' का विरोध करने वाले लोग कौन हैं? क्या उन लोगों ने गीता पढ़ी है, फिल्म देखी है? क्या वे द्वितीय विश्वयुद्ध और परमाणु हमलों को ठीक से समझते हैं? भावनाएँ कैसे आहत हो रही हैं?
लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के बाद बीजेपी भी एनडीए के लिए 38 दलों को साथ जोड़ रही है। ऐसे गठबंधन के बाद भी जानिए कौन से 9 राज्य हैं जहाँ से जीत-हार तय होगी।