भीम आर्मी ने चेतावनी दी है कि पुणे की स्थानीय पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बाद भी वे भीमा कोरेगाँव युद्ध की 201वीं सालगिरह पर कार्यक्रम का आयोजन ज़रूर करेंगे।
राम मंदिर पर विहिप ने आज दिल्ली के रामलीला मैदान में धर्मसभा का आयोजन किया गया है। इसमें दो ही ध्वनियाँ निकलीं। एक, सरकार क़ानून बनाए। दो, सुप्रीम कोर्ट जनभावना को समझे।
फ़्रांस में ईंधन की बढ़ती क़ीमतों को ले कर चल रहा आंदोलन हिंसक हो गया है। हिंसा को रोकने के लिए सरकार इमरजेंसी लगा सकती है। मैक्रों अब प्रदर्शनकारियों से मुलाक़ात करेंगे।
देश भर से दिल्ली आए हज़ारों किसान फिलवक़्त बहरे कानों पर दस्तक देकर वापस खेतों की ओर लौट गए। हालाँकि उनके दिल्ली आने की वज़ह ज्यों-की-त्यों है। तो क्या वे फिर आएँगे?
फ़सलों के उचित दाम दिलाने के लिए देश भर से हज़ारों किसान आंदोलन कर रहे हैं। सरकार बड़े सेठों के क़रीब पौने तीन लाख करोड़ रुपये माफ़ कर चुकी है। तो केंद्र सरकार को किसानों के ऋण माफ़ करने में क्या दिक्कत है?
हजारों की संख्या में कई राज्यों से किसान रामलीला मैदान पहुंचे हैं ताकि वे सरकार के सामने अपनी माँगों को रख सकें। कई संगठनों ने किसानों की माँगों का समर्थन किया है।
हज़ारों की संख्या में कई राज्यों से किसान रामलीला मैदान पहुँचे हैं ताकि वे सरकार के सामने अपनी माँगों को रख सकें। कई संगठनों ने किसानों की माँगों का समर्थन किया है।
किसानों ने अपनी माँगों से संबंधित चिट्ठी एक चिट्ठी राष्ट्रपति को भेजी है जिसमें उन्होंने सवाल किया है कि उनकी दुर्दशा पर संसद का संयुक्त सत्र क्यों नहीं होता।
अपनी माँगों को लेकर किसान एक बार फिर दिल्ली पहुँच गए हैं। दिल्ली में वे रामलीला मैदान में सभा करेंगे। इस बार किसान ज़्यादा संगठित होकर अपने सवाल उठा रहे हैं।
सिंचाई विभाग में नौकरी करने वाला यह इंजीनियर दूसरोें से हट कर था। गंगा की दुर्गति से वह इस तरह द्रवित हो उठा कि उसने अपनी जिंदगी इस मोक्षदायिनी नदी को सौंप दी।
गंगा की रक्षा के लिए चार महीने से अनशन पर बैठे पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ. जी. डी. अगरवाल ने मोदी को छह चिट्ठियाँ लिखीं मगर उनकी तरफ़ से एक का भी जवाब नहीं आया।